गोवाः कांग्रेस में बगावत के बीच पार्टी ने माइकल लोबो को नेता विपक्ष के पद से हटाया, बीजेपी के साथ मिलकर साजिश ऱचने का आरोप
गोवा में भी अब महाराष्ट्र जैसे हालात दिखाई दे रहे हैं। बजट बजट सत्र से पहले कांग्रेस और बीजेपी के बीच राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई है। राज्य के कांग्रेस प्रभारी गुंडूराव पार्टी के अंदर चल रही खींचतान के बीच कहा कि पार्टी के खिलाफ हमारे नेतओं ने ही साजिश रची है। बीजेपी चाहती है कि गोवा में कांग्रेस पार्टी कमजोर हो जाए। इसलिए उन्होंने हमारे दो नेता माइकल लोबो और दिगंबर कामत के साथ मिलकर ये साजिश रची है। राजनीतिक हालात के बीच माइकल लोबो को तुरंत प्रभाव से नेता विपश्र के पद से हटा दिया है।
गोवा कांग्रेस प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने रविवार रात को बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि हमारे कुछ नेताओं ने बीजेपी के साथ मिलकर यह साजिश रची कि राज्य में कांग्रेस पार्टी कमजोर हो जाए और दलबदल हो जाए। उन्होंने कहा कि फिलहाल पार्टी के पांच विधायकों से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है।
उन्होंने बताया क इसमें माइकल लोबो, दिगंबर कामत, केदार नाइक, राजेश फलदेसाई और डेलियाला लोबो से संपर्क नहीं होपा रहा है जबकि पांच अन्य - अल्टोन डी'कोस्टा, संकल्प अमोनकर, यूरी अलेमाओ, कार्लोस अल्वारेस फरेरा, रुडोल्फ फर्नांडीस - प्रेस के लिए मौजूद थे। उन्होंने कहा, "छठे विधायक एलेक्सो सिकेरा पार्टी नेताओं के संपर्क में थे और कांग्रेस के साथ हैं।" यह घटनाक्रम उन अटकलों के बीच आया है कि 40 सदस्यीय सदन में कांग्रेस के कुछ विधायक भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
राव ने कहा, "एलओपी माइकल लोबो और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत गोवा में कांग्रेस में दलबदल सुनिश्चित करने के लिए भाजपा के साथ मिलकर साजिश रच रहे थे। पार्टी ने लोबो को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाने का फैसला किया है।"
राज्य में सत्तारूढ़त्ता संभाल रही बीजेपी के पास फिलहाल 20 विधायक हैं और उसे पांच अन्य का भी समर्थन प्राप्त है. जबकि कांग्रेस के पास अभी 11 विधायक हैं। आठवीं गोवा विधानसभा के 40 सदस्यों के चुनाव के लिए 14 फरवरी, 2022 को राज्य में विधान सभा चुनाव हुए थे।