कांग्रेस प्रवक्ता वल्लभ ने किया गहलोत का समर्थन, थरूर को लिया निशाने पर
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में अशोक गहलोत और शशि थरूर के बीच मुकाबले को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने राजस्थान के मुख्यमंत्री का खुलकर समर्थन किया।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने थरूर को आड़े हाथों लेते हुए गुरूवार को कहा कि थरूर ने सोनिया गांधी के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान उन्हें पत्र लिखकर उनके (वल्लभ) जैसे कार्यकर्ताओं को कष्ट पहुंचाया है और ऐसे में वह ‘निष्कलंक राजनीतिक जीवन’ वाले गहलोत का चयन करेंगे।
गौरभ वल्लभ ने बतौर कार्यकर्ता अपनी राय जाहिर करते हुए ट्वीट किया, ‘‘करोड़ों कार्यकर्ताओं की तरह मेरी पहली इच्छा तो यह है कि राहुल गांधी कांग्रेस और देश को अपना नेतृत्व दें।’’
वल्लभ ने कहा, ‘‘एक तरफ कार्यकर्ताओं व ज़मीन से जुड़े हुए अशोक गहलोत हैं, जिन्हें 3 बार केंद्रीय मंत्री, 3 बार मुख्यमंत्री, 5 बार सांसद, 5 बार विधायक रहने का अनुभव है, जिन्होंने सीधी टक्कर में मोदी-शाह को पटखनी दी है, जिनका 45 वर्ष का निष्कलंक राजनीतिक जीवन है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वहीं दूसरी तरफ़, शशि थरूर हैं,जिनका पिछले 8 वर्षों में पार्टी के लिए एक ही प्रमुख योगदान है कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को उस समय चिट्ठियां भेजीं जब वह अस्पताल में भर्ती थीं। इस कृत्य ने मेरे जैसे पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं को पीड़ा पहुंचाई। चयन बहुत सरल और स्पष्ट है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए गुरूवार को अधिसूचना जारी हो गई है। अधिसूचना जारी होने से एक दिन पहले बुधवार को, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के चुनावी समर में उतरने का स्पष्ट संकेत देने के बाद यह संभावना प्रबल हो गई है कि 22 साल बाद, देश की सबसे पुरानी पार्टी का प्रमुख चुनाव के जरिये चुना जाएगा।
गहलोत ने कहा था कि वह पार्टी का फैसला मानेंगे, लेकिन उससे पहले राहुल गांधी को अध्यक्ष बनने के लिए मनाने का एक आखिरी प्रयास करेंगे।
दूसरी तरफ, पहले से ही चुनाव लड़ने का संकेत दे रहे लोकसभा सदस्य थरूर ने बुधवार को कांग्रेस के मुख्यालय में पहुंचकर पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री से मुलाकात की और नामांकन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी हासिल की। कुछ अन्य नेताओं के भी चुनावी मैदान में उतरने की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता।