राम मंदिर पर कोर्ट के फैसले के बाद निर्णय लेगी सरकार: कलराज
केंद्रीय मंत्री मिश्र ने रविवार रात कहा, हमें उच्चतम न्यायालय का फैसला आने तक इंतजार करना चाहिए। उसके बाद उभरी परिस्थितियों के आधार पर केंद्र इस मामले में निर्णय लेगा। मिश्र ने कहा, भाजपा के इस रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए। हालांकि इस तरह से आगे बढ़ेंगे जो सभी के लिए स्वीकार्य हो। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री मिश्र पिछले हफ्ते हुई विश्व हिंदू परिषद की एक बैठक के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे। बैठक में विहिप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया था कि राम मंदिर के मामले में अपनी चुप्पी तोड़ें और इस संबंध में अपनी प्रतिबद्धता जताने के लिए अयोध्या यात्रा करें।
मिश्र ने कहा, मोदी देशभर में यात्रा करते हैं और कोई वजह नहीं है कि वह अयोध्या नहीं जाएंगे। हम अपने धार्मिक संतों की भावनाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन उन्हें यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि प्रधानमंत्री को खुद फैसले लेने हैं। उन्होंने कहा, वे आश्वस्त रह सकते हैं कि मोदी जब उचित समझेंगे, निश्चित रूप से अयोध्या जाएंगे और राम लला के दर्शन भी करेंगे। मिश्र के अनुसार हमारे संतों को याद रखना चाहिए कि भाजपा संसद के कानून द्वारा मंदिर निर्माण के विकल्प के खिलाफ नहीं है, लेकिन इसके लिए दो तिहाई संसद सदस्यों के समर्थन की जरूरत होगी।
उन्होंने कहा कि इसलिए हमें आम-सहमति बनाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। मिश्र ने उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री आजम खान के इन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि मोदी ने पाकिस्तान की हालिया यात्रा के दौरान अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा, इस तरह के बयानों से सपा के वरिष्ठ नेता प्रदेश में अपनी सरकार की साख को और गिरा रहे हैं जो पहले ही कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह नाकाम रहने के चलते आक्रोश का सामना कर रही है।