गुजरात के हालात के लिए बेन के 2 साल नहीं, मोदी के 13 साल जिम्मेदार : राहुल
गुजरात की मुख्यमंत्री ने पद से हटने का फैसला लेते हुए सोमवार को कहा था कि अब समय आ गया है कि नया नेतृत्व जिम्मेदारी संभाले, क्योंकि वह जल्द ही 75 वर्ष की होेने जा रही हैं। गुजरात में अगले साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं और कांग्रेस गुजरात के पंचायत चुनावों में ग्रामीण इलाकों में उसके अच्छे प्रदर्शन से उत्साहित है। पार्टी पिछले दो दशकों से गुजरात में सत्ता से बाहर है।
राज्य में पाटीदार समुदाय आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहा है और मृत गाय की खाल निकालने के मामले को लेकर उना में लोगों के समूह ने दलित समुदाय के सात लोगों पर हमला किया था, जिसके बाद दलित वहां प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस ने आनंदीबेन के इस्तीफे पर कहा कि उन्हें काफी पहले ही यह कदम उठा लेना चाहिए था। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के दलितों और पाटीदार समुदाय से संबंधित मुद्दों से निपटने में उनकी विफलता को लेकर इन दोनों समुदायों में बढ़ रहे असंतोष के बावजूद पार्टी आलाकमान उन्हें बचाता आ रहा था।
कांग्रेस के गुजरात मामलों के महासचिव गुरूदास कामत ने कहा कि अगर आनंदीबेन को किसी राज्य का राज्यपाल बनाया जाता है या केंद्रीय कैबिनेट में जगह दी जाती है तो यह दलितों और पाटीदार समुदाय के लोगों के जख्मों पर नमक छिड़कने के बराबर होगा। भाषा एजेंसी