दिल्ली: विधानसभा में मेज पर चढ़कर विजेद्र गुप्ता ने किया हंगामा
भाजपा विधायक दिल्ली में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता शीला दीक्षित के कार्यकाल के दौरान हुए कथित पानी टैंकर घोटाले पर तथ्यान्वेषी समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग कर रहे थे। साथ ही गुप्ता इस मामले पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी देना चाह रहे थे लेकिन विधानसभाध्यक्ष राम निवास गोयल ने उनकी मांग खारिज कर दी। जिसके बाद विरोध करते हुए अपनी जगह से उठकर मेज के ऊपर खड़े हो गए और जोर-जोर से बोलने लगे। गोयल के बार-बार मना करने के बावजूद गुप्ता दस मिनट तक खड़े रहे। जिसपर गोयल ने मार्शलों को बुला लिया। हालांकि उनका इस्तेमाल नहीं किया गया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में विपक्ष के नेता पर उनके हैरान करने वाले व्यवहार के लिए निशाना साधते हुए मांग की कि भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) का नियंत्रण दिल्ली सरकार को दिया जाए। उन्होंने कहा कि इससे उनकी पत्नी को कथित पेंशन घोटाले में उनकी भूमिका के लिए जेल भेजना सुनिश्चित होगा और सप्ताह भर के भीतर कथित टैंकर घोटाले की जांच भी हो जाएगी। केजरीवाल ने ट्वीट किया, भाजपा के लिए विधानसभा जैसे लोकतांत्रिक संस्थानों के लिए कोई सम्मान नहीं है। भाजपा के विपक्ष के नेता का आचरण देखिए। चौंकाने वाला, पूरी तरह से चौंकाने वाला।
नगर निगम के मुद्दों पर चर्चा के लिए आहूत विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन केजरीवाल ने भाजपा शासित नगर निगमों पर निशाना साधा और कहा कि यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नगर निगम को रिश्वत दिए बिना अपने आवास पर बालकनी का निर्माण नहीं करा पाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि मोदी और वित्त मंत्री अरूण जेटली नगर निगमों पर विश्वास नहीं करते क्योंकि उन्हें पता है कि केंद्र द्वारा आवंटित धनराशि को इधर-उधर कर दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि आप सरकार ने नगर निगमों को कांग्रेस और भाजपा के सत्ता में रहते आवंटित धनराशि से अधिक राशि आवंटित की।