सामने आई गिरिराज सिंह की नाराजगी, बोले- अगर चुनाव लड़ूंगा तो नवादा से लड़ूंगा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपनी सीट बदले जाने से खासे नाराज हैं। नवादा से लोकसभा सांसद रहे गिरिराज सिंह से जब उनकी सीट बदलने को लेकर सवाल किए गए तो उन्होंने बस इतना कहा कि मैं कार्यकर्ता था, कार्यकर्ता हूं और कार्यकर्ता रहूंगा। सीट शेयरिंग के तहत नवादा की सीट इस बार रामविलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी के खाते में गई है।
गिरिराज सिंह ने कहा, ‘मैं ज्यादा कुछ नहीं कह सकता। केवल प्रदेश अध्यक्ष इस पर कुछ कह सकते हैं क्योंकि वह कहते अंतिम मौके तक कहते रहे हैं कि आप जहां से चाहते हैं वहीं से चुनाव लड़ें। मैं टिप्पणी नहीं करूंगा लेकिन मैंने कहा है कि अगर चुनाव लड़ूंगा तो नवादा से ही लड़ूंगा।‘
बेगूसराय सीट देने की अटकलें
गिरिराज सिंह का बयान यह बताने को काफी था कि वो किस कदर पार्टी के फैसले और अपनी सीट बदले जाने से नाराज है। गिरिराज सिंह फिलहाल बिहार की नवादा सीट से सांसद हैं, लेकिन बिहार में एनडीए के घटक दलों के बीच हुए सीटों के तालमेल के बाद उनकी ये सीट अब लोजपा के खाते में चली गई है।
भाजपा ने ये सीट अपने सहयोगी लोजपा को दी है जिसके बाद इस सीट से वीणा देवी का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। गिरिराज सिंह का नवादा से टिकट कटने के बाद सवाल उठने लगे थे कि गिरिराज को इस बार पार्टी उनको टिकट देगी या नहीं। लेकिन, अभी तक की खबरों के मुताबिक गिरिराज को भाजपा बेगूसराय से अपना उम्मीदवार बना सकती है।
हिंदुत्व छवि के लिए जाने जाते हैं गिरिराज सिंह
गिरिराज सिंह अपनी हिंदुत्व की छवि को लेकर जाने जाते हैं। यही कारण है कि पहली बार लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्हें केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री का पद मिला था। गिरिराज सिंह के नवादा से टिकट कटने के बाद से बिहार में राजनीति गरमाई हुई है और सवाल ये उठने लगे हैं कि क्या गिरिराज सिंह को बेगूसराय भेज कर भाजपा उन्हें बलि का बकरा बनाना चाहती है?