कांग्रेस ने भाजपा अध्यक्ष पर किया पलटवार, कहा, ‘खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे’
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आरोपों पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा दोहरी मानदंडों की राजनीति करती है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि भाजपा की आदत झूठ बोलने की और बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की है। अमित शाह ने जो कुछ कहा है उस पर तो यही कहा जा सकता है, ‘खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे।‘
इससे पहले अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए सिद्धारमैया सरकार को नाकाम सरकार बताया। उन्होंने कहा था कि कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस के खिलाफ जनादेश दिया था। लेकिन कांग्रेस जनादेश का अपमान करते हुए जेडीएस के साथ सरकार बनाने जा रही है। यह अपवित्र गठबंधन है और जनता के साथ धोखा है।
इसके जवाब में आनंद शर्मा ने अमित शाह पर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि उन्होंने संविधान पढ़ा भी है और उनके मन में संविधान के लिए कोई सम्मान भी नहीं है। उन्होंने कहा संविधान के अनुसार किसी पार्टी के टूटने के लिए दो तिहाई विधायकों के पार्टी से अलग होने की जरूरत होती है। उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा कांग्रेस के दो तिहाई विधायक तोड़ने में लगी थी या नरेंद्र मोदी और अमित शाह कर्नाटक के लिए संविधान बदलने जा रहे थे?
आनंद शर्मा ने कहा कि भाजपा, नरेंद्र मोदी और भाजपा दोहरे मूल्य अपनाते हैं और दुनियाभर में मोदी की झूठ की मिसाल दी जाती है। मोदी जी प्रधानमंत्री नहीं हैं, ऐसे 'प्रचारमंत्री' हैं जिनसे मुकाबला करना बड़ा मुश्किल है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जनता ने गठबंधन के लिए जनादेश दिया था। हमें कम सीटें मिलीं और हम सरकार से हट गए। पहले भी जेडीएस और कांग्रेस मिलकर सरकार बना चुके हैं। केंद्र में हमने देवगौड़ा सरकार को समर्थन दिया था। जहां तक जनादेश की बात है तो साल 2013 से 2018 के बीच कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है। कर्नाटक में हमारे पास भाजपा से ज्यादा वोट प्रतिशत है। अगर कांग्रेस और जेडीएस का वोट प्रतिशत मिला दिया जाए तो भाजपा से 21 फीसदी ज्यादा है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि विधायक चोरी करने में भाजपा को महारथ हासिल है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान केंद्र की एजेंसियों का जमकर दुरुपयोग हुआ। हमारे करीब बीस उम्मीदवारों को तरह-तरह से परेशान किया गया। भाजपा ने कर्नाटक में प्रचार में करीब 65सौ करोड़ रुपये का इस्तेमाल किया। बीस-बीस करोड़ रुपये भाजपा ने अपने उम्मीदवारों को दिया था और 45 सौ करोड़ रुपये विधायक खरीदने के लिए रखे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा की दूसरे के मुंह पर कालिख पोतने की आदत रही है और अब गलती से उन्होंने अपनी मुंह ही कालिख पोत ली है।