‘पंजाबी नहीं था इसलिए जेटली ने दिल्ली से नहीं लड़ने दिया’
स्वामी ने आउटलुक (अंग्रेजी) पत्रिका को दिए एक लंबे साक्षात्कार में कहा है कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें नई दिल्ली से इसलिए टिकट नहीं दिया क्योंकि अरुण जेटली का कहना था कि वह पंजाबी नहीं हैं। स्वामी ने कहा कि दिल्ली के डीपीएस, हिंदू कॉलेज आदि में पढ़ाई करने और लंबे समय तक दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स और आईआईटी दिल्ली में पढ़ाने के बावजूद उन्हें दिल्ली वाला नहीं माना गया।
इस साक्षात्कार में डॉक्टर स्वामी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुरुआत में उनके दोस्तों ने सलाह दी थी कि यदि वह सोनिया गांधी के प्रति नरम रहेंगे तो सोनिया उन्हें शांति से काम करने देंगी। स्वामी के अनुसार इसलिए मोदी आरंभ में सोनिया के प्रति नरम रहे मगर बाद में उन्हें गलती का अहसास हुआ और उन्होंने सुधारात्मक कदम उठाए। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में उनका मनोनयन भी इन्हीं कदमों में एक है।
अगस्ता वेस्टलैंड सौदे में सोनिया पर हमलावर होने के बारे में राज्यसभा सांसद ने कहा कि इस समय वह यह दावा नहीं करते कि सोनिया दोषी हैं मगर यह जरूर कहते हैं कि इटली की अदालत में जो फैसला आया है उसमें जिन लोगों के नाम हैं उनके खिलाफ प्रथम दृष्टया मामला बनता है। डॉ. स्वामी का यह साक्षात्कार पत्रिका के 16 मई के अंक में प्रकाशित हुआ है।