स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हुए तो राजग सरकार को जनता उखाड़ फेंकेगी: प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर बिहार विधानसभा चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से कराए गए तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार उखाड़ फेंकी जाएगी और उसकी जगह एक ऐसी सरकार आएगी जो गरीबों, महिलाओं और युवाओं के लिए काम करेगी।
उन्होंने एक चुनावी सभा में यह आरोप भी लगाया कि राजग सरकार के मन में बिहार के लोगों के प्रति कोई सम्मान नहीं है, जिन्होंने देश के विकास में बहुत योगदान दिया।
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘भाजपा नेता लोगों से धर्म के नाम पर राजग को वोट देने का आग्रह करते हैं, न कि विकास के लिए। अगर यह चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हुआ, तो बिहार के लोग इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे और ऐसी सरकार को चुनेंगे जो गरीबों, महिलाओं और युवाओं के लिए काम करेगी।’’
उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा हरियाणा में कथित ‘वोट चोरी’ को लेकर बुधवार को किए गए खुलासे का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘भाजपा ने हरियाणा में पूरी सरकार चोरी कर ली। वहां 25 लाख फर्जी वोट पाए गए। ऐसी ‘वोट चोरी’ से आपके अधिकार छीने जाते हैं। इससे वह संविधान कमजोर होता है, जिसके लिए महात्मा गांधी जी लड़े, मेरे परिवार के लोग शहीद हुए।’’
प्रियंका गांधी ने जनता का आह्वान किया, ‘‘आप बिहार में एक ऐसी सरकार बनाइए, जो महिलाओं, युवाओं, किसानों, गरीबों के लिए काम करे- ‘वोट चोरी’ न करे।’’
उन्होंने महागठबंधन के पोस्टर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक बयान का हवाला देते हुए कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी विपक्षी पार्टियों के पोस्टर में लोगों की फोटो नापते रहते हैं। वह देश के प्रधानमंत्री हैं, क्या उनके पास और कोई काम नहीं है? ’’
कांग्रेस महासचिव ने चंपारण में महात्मा गांधी के आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हम कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता हैं, जिनको महात्मा गांधी जी ने रास्ता दिखाया। वहीं, महात्मा गांधी जी को ये रास्ता दिखाने वाले आपके पूर्वज थे। बिहार के लोगों को इस देश में अपनी भागीदारी समझनी पड़ेगी। आपको समझना पड़ेगा कि इस देश को बनाने वाले आपके पूर्वज हैं।’’
पेपर लीक का मुद्दा उठाते हुए प्रियंका ने कहा, ‘‘युवा लगातार परीक्षा देते हैं, लेकिन बार-बार पेपर लीक हो जाता है। ऐसे में परीक्षा और नियुक्तियों के इंतजार में युवाओं के जीवन के कई साल बर्बाद हो जाते हैं। बिहार और उत्तर प्रदेश में युवाओं की यही स्थिति है।’’