बीजेपी शासित राज्यों में कोरोना मृतकों के आंकड़ों में की गई हेराफेरी, नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें मुख्यमंत्रीः कांग्रेस
कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर कोरोना मृतकों के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि देश में जिन राज्यों में उसकी सरकारें हैं वहां आंकड़ों में हेराफेरी हुई है इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मामले की न्यायिक जांच करानी चाहिए और वहां के मुख्यमंत्रियों को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शनिवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आंकड़े छिपाने में भाजपा सरकार का सांप और नेवला जैसा रिश्ता है। भाजपा सरकार ने सिर्फ कोविड से होने वाले मृतकों की संख्या ही नहीं छिपाई है बल्कि बेरोजगारी, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में गिरावट सहित सभी तरह के आंकड़ों को छिपाती है।
उन्होंने कहा कि गुजरात में भाजपा सरकार ने कोरना मृतकों के आंकड़े छुपाए। इसी तरह से मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर आदि शहरों में आंकड़े छिपाए गए। हालात देख के लगता है कि गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक जैसे भाजपा शासित राज्यों के बीच कोरोना आंकड़े छिपाने की प्रतिस्पर्धा हो रही है। लाखों ऐसे मृतक हैं जिनके बारे में यह पता ही नहीं चला कि उनकी मृत्यु कोरोना से हुई है या किसी अन्य बीमारी से हुई है।
प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना मृतकों की संख्या छिपाने के लिए श्मशान घाटों पर एक तरह से पर्दे लगाए गए थे ताकि कोई बाहर से फोटो नहीं खींच सकें। राज्य के वाराणसी में आंकड़े छिपाने का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अप्रैल में वहां 127 मौतें दिखाई गई है जबकि अकेले मणिकर्णिका घाट पर ही इस महीने के एक सप्ताह में 1500 दाह संस्कार हुए। इसी दौरान वाराणसी के अन्य 13 घाटों पर 1500 मृतकों के शव जलाए गए।
उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा देना चाहिए और श्री मोदी को पूरे देश में न्यायिक जांच कराने का आदेश देना चाहिए जिससे यह पता चल से कि देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना के इलाज में देरी और आंकड़े छुपाने के लिए कौन जिम्मेदार है।