Advertisement
16 December 2025

अच्छे भविष्य के लिए भारत और जॉर्डन को पुराने संबंधों को पुनर्जीवित करना होगा: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भविष्य के आर्थिक अवसरों को खोलने के लिए भारत और जॉर्डन को पुराने व्यापारिक संबंधों को पुनर्जीवित करने की जरूरत है।

प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे व्यापारिक संबंधों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत वर्तमान में जॉर्डन का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है और इस बात पर जोर दिया कि आर्थिक जुड़ाव केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं होना चाहिए।

उन्होंने कहा, "भारत जॉर्डन का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। व्यापार जगत में संख्याओं का बहुत महत्व होता है। हम यहां सिर्फ संख्या गिनने नहीं बल्कि दीर्घकालिक संबंध बनाने आए हैं।"

Advertisement

प्रधानमंत्री मोदी ने साझा भविष्य की समृद्धि के लिए दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

उन्होंने आगे कहा, "एक समय था जब पेट्रा के रास्ते गुजरात से यूरोप तक व्यापार होता था। भविष्य की समृद्धि के लिए हमें अपने पुराने संबंधों को पुनर्जीवित करना होगा।"

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-जॉर्डन संबंधों को अद्वितीय बताया, जहां ऐतिहासिक विश्वास भविष्य के आर्थिक अवसरों के साथ जुड़ता है। उन्होंने कहा कि भौगोलिक स्थिति को अवसर में और अवसर को सतत विकास में परिवर्तित करने के तरीकों पर विस्तृत चर्चा हुई।

भारत की आर्थिक प्रगति की ओर इशारा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश 8 प्रतिशत से अधिक की विकास दर के साथ विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। उन्होंने कहा कि यह विकास उच्च उत्पादकता, सुदृढ़ शासन और नवाचार-आधारित नीतियों से प्रेरित है।

उन्होंने आगे कहा, "आज, प्रत्येक जॉर्डन के निवेशक और व्यवसाय के लिए, भारत विभिन्न क्षेत्रों में अनेक अवसर प्रदान करता है।"

डिजिटल सहयोग पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना के निर्माण में भारत का अनुभव जॉर्डन के लिए अत्यंत मूल्यवान साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि यूपीआई, आधार जैसे प्लेटफॉर्म और डिजिलॉकर जैसे ढांचे समावेशन और दक्षता के वैश्विक मानक बन गए हैं।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना के निर्माण में भारत का अनुभव जॉर्डन के लिए अत्यंत मूल्यवान साबित हो सकता है। भारत ने डिजिटल प्रौद्योगिकी को समावेशन और दक्षता के मॉडल में बदल दिया है। यूपीआई, आधार जैसे प्लेटफॉर्म और डिजिलॉकर जैसे ढांचे अब वैश्विक मानक बन चुके हैं।”

उन्होंने कहा कि इन डिजिटल ढांचों को जॉर्डन की प्रणालियों से जोड़ने के संबंध में जॉर्डन के राजा के साथ चर्चा हुई।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "महामहिम और मैंने इन ढांचों को जॉर्डन की प्रणालियों से जोड़ने के तरीकों पर चर्चा की।"

प्रधानमंत्री ने स्टार्टअप इकोसिस्टम में सहयोग की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला और सुझाव दिया कि भारत और जॉर्डन अपने स्टार्टअप्स को एक साझा मंच के तहत जोड़ सकते हैं जो विचारों, नवाचार और पूंजी को एक साथ लाता है, जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध और मजबूत होंगे। 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: India jordan, pm narendra modi, three nation visit, trade relations
OUTLOOK 16 December, 2025
Advertisement