चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद कपिल सिब्बल बड़ा हमला, कांग्रेस की लीडरशिप छोड़े गांधी परिवार, किसी और को मौका देकर देखिए
उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार पद छोड़ दे और किसी दूसरे नेता को मौका मिले। उन्होंने पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधा और कहा कि अगर उन्हें हार के कारणों की जानकारी नहीं है, तो कल्पना लोक में जी रहे हैं। कांग्रेस के सीनियर कपिल सिब्बल ने गांधी परिवार को पार्टी के नेतृत्व से अलग होने को कहा है। उन्होंने कहा कि यह सही समय है जब गांधी परिवार को कांग्रेस की लीडरशिप से हट जाना चाहिए और नेतृत्व की भूमिका के लिए और किसी अन्य व्यक्ति को मौका देना चाहिए। सिब्बल का यह बयान पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार और कांग्रेस कार्यसमिति की ओर से सोनिया गांधी के नेतृत्व में अपना विश्वास दिखाने के बाद आया है। उन्होंने ये बातें एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कही।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में सिब्बल ने कहा कि वह न तो विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार से हैरान हैं और न ही सीडब्ल्यूसी के सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास दिखाने के फैसले से। उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी के बाहर बड़ी संख्या में नेताओं का दृष्टिकोण पूरी तरह से अलग है। उन्होंने कहा, "सीडब्ल्यूसी के बाहर एक कांग्रेस है... कृपया उनके विचारों को सुनें। अगर आप चाहें तो... हमारे जैसे बहुत से नेता जो सीडब्ल्यूसी में नहीं हैं, लेकिन कांग्रेस में एक पूरी तरह से अलग दृष्टिकोण है। क्या आपको इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि हम सीडब्ल्यूसी में नहीं हैं?"
कांग्रेस नेता ने कहा, "उनके अनुसार सीडब्ल्यूसी भारत में कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व करती है। मुझे नहीं लगता कि यह सही है। देश भर में बहुत सारे कांग्रेसी हैं... केरल से, असम से, जम्मू-कश्मीर से, महाराष्ट्र से, उत्तर प्रदेश से, गुजरात से, जो इस तरह की राय नहीं रखते हैं। मैं दूसरों की ओर से बात नहीं कर सकता। यह मेरा निजी विचार है कि आज कम से कम मुझे 'सब की कांग्रेस' चाहिए। कुछ अन्य 'घर की कांग्रेस' चाहते हैं। मैं निश्चित रूप से 'घर की कांग्रेस' नहीं चाहता। और मैं अपनी आखिरी सांस तक 'सब की कांग्रेस' के लिए लड़ूंगा।"
कपिल सिब्बल कह रहे हैं कि गांधी परिवार कल्पना लोक में जी रहा है। वहीं, हार के बाद भी प्रियंका गांधी वाड्रा ने हार नहीं मानी है। वो यूपी में 2024 के लिए रणनीति बनाने में जुट गई हैं। सूत्रों की मानें तो प्रियंका गांधी ने रविवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में उत्तर प्रदेश में हार पर मंथन किया लेकिन उससे पहले घंटों तक कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की।
उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन इस बार बेहद निराशाजनक रहा है। जमानत जब्त कराने में कांग्रेस नंबर एक रही है। कांग्रेस के 399 प्रत्याशियों में से 387 की जमानत जब्त हो गई। कांग्रेस को सिर्फ दो सीटों पर जीत मिली है। कांग्रेस को इस बार सिर्फ 2.33 फीसदी वोट मिले। ये यूपी में कांग्रेस के इतिहास का सबसे खराब प्रदर्शन था। वो भी तब जब प्रियंका गांधी लगातार यूपी में एक्टिव थीं।
चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी ने सड़क पर संघर्ष से लेकर भावनात्मक अपील तक सब दांव आजमाए लेकिन चुनाव दो ध्रुवी हो गए. चुनाव में कुछ काम नहीं आया. मुकाबला बीजेपी और एसपी के बीच ही लड़ा गया. लेकिन हार से घबराए बिना प्रियंका अगले चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं. सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी ने इस बैठक में 2024 लोकसभा चुनाव के लिए ब्लू प्रिंट भी तैयार किया है.