कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के 14 बागी विधायक अयोग्य, सोमवार को भाजपा के लिए बहुमत पाना आसान
कर्नाटक में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कांग्रेस-जेडीएस के 14 बागी विधायकों को अयोग्य करार दिया है। स्पीकर के इस फैसले के बाद विधानसभा में भाजपा की नव गठित सरकार के लिए बहुमत का आंकड़ा घट गया है। इसके कारण भाजपा की सरकार के लिए बहुमत हासिल करना आसान हो जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे बागी विधायक
स्पीकर के आर रमेश कुमार ने कांग्रेस के 11 बागी विधायकों और जेडीएस के 3 बागी विधायकों की सदस्यता को रद्द करने की घोषणा की। फैसले के बाद स्पीकर रमेश कुमार ने कहा कि मैंने कोई चालाकी या ड्रामा नहीं किया, बल्कि सौम्य तरीके से फैसला लिया है। गौरतलब है बीएस येदियुरप्पा को सोमवार को सदन में विश्वास मत हासिल करना है। दूसरी ओर, जेडीएस के बागी विधायक ए. एच. विश्वनाथ ने स्पीकर के फैसले को कानून के विरुद्ध बताते हुए कहा कि सभी बागी विधायक स्पीकर के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।
ये विधायक अयोग्य घोषित
स्पीकर रमेश कुमार ने कांग्रेस के बैराठी बसवराज, मुनिरत्न, एसटी सोमशेखर, रोशन बेग, आनंद सिंह, एमटीबी नागराज, बीसी पाटिल, प्रताप गौड़ा पाटिल, डॉ. सुधाकर, शिवराम हेब्बार, श्रीमंत पाटिल को अयोग्य करार दिया। इसके अलावा जेडीएस के तीन बागी विधायकों के. गोपालैया, नारायण गौड़ा, ए एच विश्वनाथ को भी अयोग्य करार दिया है। हालांकि स्पीकर ने अभी बसपा के एकमात्र विधायक एन महेश पर कोई फैसला नहीं लिया है। गौरतलब है बसपा सुप्रीमो मायावती के स्पष्ट निर्देश के बावजूद एन महेश ने कुमारस्वामी सरकार के पक्ष में मतदान नहीं किया था।
इससे पहले स्पीकर रमेश कुमार ने तीन विधायकों-आर शंकर, रमेश जारकीहोली और महेश कुमथल्ली को अयोग्य करार दिया था। आज 14 विधायकों के अयोग्य करार देने के बाद अब कुल 17 विधायक अयोग्य करार दिए जा चुके हैं। 15 वीं विधानसभा के कार्यकाल की समाप्ति तक सभी अयोग्य विधायक चुनाव नहीं लड़ सकते।
बागियों ने मांगा था समय
इससे पहले बागी विधायकों ने स्पीकर के समक्ष पेश होने के लिए चार हफ्ते का समय मांगा था। स्पीकर रमेश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, "उन्होंने चार सप्ताह का समय मांगा था। हमने उन्हें नोटिस दिया था, लेकिन वे नहीं आए और ना ही मुझसे मिले।"इस पर रविवार को फैसला करते हुए रमेश कुमार ने उन्हें समय देने से इंकार कर उन्हें अयोग्य करार दे दिया।
बहुमत का आंकड़ा अब 104
कुल 17 विधायकों के अयोग्य घोषित होने के बाद कर्नाटक विधानसभा की संख्या 207 रह गई। इस हिसाब से बहुमत का आंकड़ा 104 विधायकों का रह गया। एक सदस्य मनोनित है। जबकि भाजपा के पास फिलहाल 105 विधायकों का समर्थन है, जैसा कि पिछले विश्वास मत में कुमारस्वामी के पक्ष में 99 और विपक्ष में 105 वोट पड़े थे।
सोमवार को येदियुरप्पा करेंगे फ्लोर टेस्ट का सामना
75 वर्षीय येदियुरप्पा ने सोमवार को विश्वास मत साबित करने का निर्णय लिया है। कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने शुक्रवार को राजभवन में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बी. एस. येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। राज्यपाल ने येदियुरप्पा को सदन में बहुमत साबित करने के लिए सात दिन का वक्त दिया। पिछले हफ्ते विश्वास प्रस्ताव पर चार दिनों की बहस के बाद एच. डी. कुमारस्वामी की सरकार गिर गई थी। इसके बाद भाजपा ने सरकार बनाने का दावा पेश किया।