मजदूरों को लेकर संसद में दिए PM Modi के बयान को केजरीवाल ने बताया झूठ, कांग्रेस बोलीं- बिना योजना थोपा गया था लॉकडाउन
श्रमिकों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में दिए गए उस बयान की दिल्ली की अरविंद केजरीवाल ने आलोचना की है जिसमें उन्होंने कहा था कि कोरोना काल में दिल्ली सरकार ने झुग्गी-झोपड़ियों में माइक लगाकर यहां से लोगों को घर जाने के लिए उकसाया और उन्हें गाड़ियां भी उपलब्ध कराई लेकिन लोगों को बीच रास्ते में ही छोड़ दिया गया। इसकी वजह से परेशानियां हुई। वहीं, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि बिना किसी नियोजन के लॉकडाउन थोपा था। मज़दूरों व उनके परिवारों को बेहाली के भँवर में धकेलने वाले, ‘माफ़ी मांगने’ की बजाय मदद के लिए जुटे 'हाथ' पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम के बयान का वीडियो साझा कर कहा है कि प्रधानमंत्री जी का ये बयान सरासर झूठ है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि 'प्रधानमंत्री का ये बयान सरासर झूठ है। देश उम्मीद करता है कि जिन लोगों ने कोरोना काल की पीड़ा को सहा, जिन लोगों ने अपनों को खोया, प्रधानमंत्री उनके प्रति संवेदनशील होंगे। लोगों की पीड़ा पर राजनीति करना प्रधानमंत्री जी को शोभा नहीं देता।'
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने पीएम मोदी के बयान को आपत्तिजनक करार देते हुए ट्वीट कर पलटवार किया। संजय निरुपम ने कहा, "प्रधानमंत्री का यह बयान आपत्तिजनक है। उन्होंने बिना किसी नियोजन के लॉकडाउन थोपा था। मुंबई के माइग्रेंट श्रमिकों का कामकाज ठप्प. भुखमरी की नौबत थी. मुलुक जाने की बेचैनी थी। विशेष ट्रेनों की व्यवस्था उनकी सरकार ने ही की थी. राज्यों ने हामी भरी थी।"
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान कहा, "उस समय दिल्ली में ऐसी सरकार थी, जो है, उस सरकार ने तो जीप पर माइक बांध कर के दिल्ली की जुग्गी झोपड़ियों में गाड़ी घुमाकर के लोगों से कहा कि संकट बड़ा है भागो, गांव जाओ, घर जाओ और दिल्ली से जाने के लिए बसें दीं। आधे रस्ते छोड़ दिया और श्रमिकों के लिए अनेक मुसीबतें पैदा कीं। इससे यूपी, पंजाब और उत्तराखंड में जिस कोरोना की इतनी गति नहीं थी, इतनी तीव्रता नहीं थी। इस पाप के कारण कोरोना ने वहां भी अपने लपेट में ले लिया।"
ऐसा ही आरोप पीएम मोदी ने कांग्रेस पर लगाते हुए कहा, "सब कांग्रेस के लोगों ने क्या किया? मुंबई के रेलवे स्टेशन पर खड़े रह कर के, मुंबई छोड़ कर जाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मुंबई छोड़कर जाने के लिए टिकट दिया गया, फ्री में टिकट दिया गया। लोगों को प्रेरित किया गया कि जाओ महाराष्ट्र में जो हम पर बोझ है वो ज़रा कम हो, जाओ तुम उत्तर प्रदेश के हो, तुम बिहार के हो, जाओ वहां कोरोना फैलाओ. आपने ये बहुत बड़ा पाप किया।"