केजरीवाल की जमानत से भाजपा का झूठ उजागर, सीबीआई-ईडी भगवा पार्टी के 'तोता-मैना': आम आदमी पार्टी
आप ने शुक्रवार को मांग की कि भाजपा को अपने 'निष्ठावान' नेता अरविंद केजरीवाल को जेल में रखने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। साथ ही कहा कि आबकारी नीति मामले में उच्चतम न्यायालय से मिली जमानत ने भगवा पार्टी के 'झूठ' को उजागर कर दिया है। साथ ही पार्टी ने केंद्रीय जांच एजेंसियों सीबीआई और ईडी को इसका 'तोता-मैना' करार दिया।
केजरीवाल की जमानत आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ा बढ़ावा है, जो आगामी चुनावों में हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है और साथ ही दिल्ली में भी सत्ता बरकरार रखने की तैयारी कर रही है, जहां अगले साल की शुरूआत में चुनाव होने हैं।
आप मुख्यालय में जश्न मनाया गया तथा पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मिठाइयां बांटी और पटाखे फोड़े।
दिल्ली के मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने सीबीआई द्वारा दर्ज आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अपने पति को जमानत मिलने पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बधाई दी। जुलाई में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज एक अन्य मामले में उन्हें पहले ही जमानत मिल चुकी है।
पत्रकारों से बात करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी से यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा अपनी साजिश के तहत आप सुप्रीमो को सलाखों के पीछे रखने के लिए सीबीआई और ईडी का अपने "तोता-मैना" के रूप में इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने कहा, "भाजपा को विरोधी नेताओं को गिरफ्तार करने के लिए 'तोता-मैना' ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करने पर शर्म आनी चाहिए।"
उन्होंने कहा, "भाजपा केजरीवाल को जेल में रखना चाहती थी, इसलिए ईडी मामले में जमानत मिलने के बाद सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई ने अपनी मंशा पूरी की।"
सिसोदिया ने आरोप लगाया कि जमानत भाजपा की मंशा के खिलाफ है। यह आदेश भाजपा के मुंह पर एक बड़ा तमाचा है।
इससे पहले दिन में सर्वोच्च न्यायालय ने आबकारी नीति घोटाले के संबंध में सीबीआई द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार के मामले में केजरीवाल को जमानत देते हुए कहा था कि लंबे समय तक जेल में रखना स्वतंत्रता से अन्यायपूर्ण वंचना है।
न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां ने जांच एजेंसी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सीबीआई द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी अनुचित है और उसे पिंजरे में बंद तोते की धारणा को दूर करना चाहिए।
आप सुप्रीमो को जमानत देने संबंधी अलग से फैसला लिखते हुए न्यायमूर्ति भुइयां ने सीबीआई द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी के समय पर सवाल उठाया और कहा कि इसका उद्देश्य ईडी मामले में उन्हें जमानत मिलने में बाधा डालना था।
भाजपा पर हमला करते हुए आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट के आदेश से यह साबित हो गया है कि आप 'तोता-मैना' ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करके बाबा साहब के संविधान, लोकतंत्र, अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता और दिल्ली की चुनी हुई सरकार को खत्म नहीं कर सकते।"
अदालत के आदेश के बाद, खुश सुनीता केजरीवाल अन्य वरिष्ठ आप नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री आवास के बाहर मिठाई बांटती नजर आईं।
पार्टी समर्थकों द्वारा "आ गए भाई आ गए, केजरीवाल आ गए", और "जेल के ताले टूट गए, केजरीवाल छूट गए" जैसे नारे लगाए गए।
इस अवसर पर सिसोदिया, संजय सिंह, दिल्ली की मंत्री आतिशी और सुनीता केजरीवाल मौजूद थे। आप नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस अवसर पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए सुनीता को लड्डू खिलाए।
भाजपा पर निशाना साधते हुए सिसोदिया ने कहा कि भगवा पार्टी को आत्मचिंतन करना चाहिए क्योंकि वह पूरी तरह बेनकाब हो गई है और उसे केजरीवाल जैसे ईमानदार नेता को जेल में रखने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
केजरीवाल की आलोचना करते हुए भाजपा ने उनके इस्तीफे की मांग की और कहा कि जमानत की शर्तों के अनुसार वह अपने पद का दायित्व नहीं निभा सकते। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक बयान में कहा कि केजरीवाल को अदालत से जमानत मिल गई है लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
सचदेवा ने कहा, "यदि वह अपने पद पर काम नहीं कर सकते तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।" उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी स्पष्ट किया है कि आबकारी नीति मामले में सीबीआई द्वारा उनकी गिरफ्तारी उचित नहीं है।
भाजपा की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए सिसोदिया ने कहा कि भगवा पार्टी जमानत की शर्तों की बात इसलिए कर रही है क्योंकि वह डरी हुई है।
संजय सिंह ने दावा किया कि वे कह रहे हैं कि यह पूरा मामला (आबकारी नीति मामला) झूठ पर आधारित है और भाजपा नीत केंद्र सरकार झूठ का यह पहाड़ खड़ा करने के लिए जिम्मेदार है।
सिंह ने कहा, "ईडी और सीबीआई के साथ सत्तावादी केंद्र ने केजरीवाल और आप को बदनाम करने और उन्हें खत्म करने के लिए झूठ का यह पहाड़ खड़ा किया है। अब हमारे नेता केजरीवाल और पहले मनीष सिसोदिया की रिहाई से यह साबित हो गया है कि भाजपा का झूठ का पहाड़ ढह गया है।"
हरियाणा में विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को होने हैं जबकि दिल्ली में चुनाव अगले साल की शुरूआत में होने हैं।
सिंह ने कहा, "आम आदमी पार्टी हरियाणा और दिल्ली चुनावों में भाजपा को हराएगी। केजरीवाल की मौजूदगी हमें मजबूत करेगी।"
आप प्रमुख को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 26 जून को गिरफ्तार किया था। उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय के 5 अगस्त के आदेश को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी है, जिसमें भ्रष्टाचार के मामले में उनकी गिरफ्तारी को बरकरार रखा गया था।
12 जुलाई को सर्वोच्च न्यायालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी थी।