किसान आंदोलनः हरियाणा में राजनीतिक हलचल तेज, दुष्यंत चौटाला ने की राजनाथ और नरेंद्र तोमर से मुलाकात
किसान आंदोलन के बीच हरियाणा में राजनैतिक हलचल तेज हो गई है। बीजेपी के साथ गठबंधन में सरकार चला रहे दुष्यंत चौटाला एमएसपी के मुद्दे पर इस्तीफे की धमकी भी दे चुके हैं। विपक्षी दल भी लगातार दुष्यंत चौटाला से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। राज्य सरकार पर बने संकट के बीच जननायक जनता पार्टी के नेता और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की।
दुष्यंत चौटाला ने केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात के बाद कहा कि जब तक मैं हरियाणा सरकार में हूं, प्रत्येक किसान के लिए एमएसपी सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि किसान यूनियन और केंद्र के बीच आपसी सहमति है और हम इस मसले को बातचीत के ज़रिए सुलझा लेंगे। उम्मीद है कि अगले 28 से 40 घंटे में एक और बार बातचीत होगी और कुछ निर्णायक बयान सामने आ सकते हैं।
हरियाणा सरकार में चल रही खींचतान के बीच दुष्यंत चौटाला ने दो दिन पहले पहली बार चुप्पी तोड़ी। उन्होंने खट्टर सरकार को चेतावनी देते हुए कहा, 'हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि किसानों को एमएसपी मिलनी ही चाहिए। केंद्र सरकार ने जो लिखित प्रस्ताव दिए, उसमे एमएसपी शामिल है। मैं जब तक उपमुख्यमंत्री तब तक किसानों के लिए एमएसपी सुनिश्चित करने पर काम करूंगा। अगर मैं यह नहीं कर पाया तो इस्तीफा दे दूंगा।'
बता दें कि 2019 विधानसभा चुनाव में जब हरियाणा में बीजेपी बहुमत से सिर्फ 6 सीट दूर रह गई थी जब जेजेपी के 10 विधायकों के साथ उसने गठबंधन किया। दुष्यंत चौटाला को उपमुख्यमंत्री बनाया गया।