प्रियंका के पास करिश्माई छवि, कांग्रेस में दोबारा जान फूंकने की भरपूर क्षमता: थरूर
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा है कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी के पास वह करिश्मा है जिसके बूते वह पार्टी में नई जान डाल सकती है और कार्यकर्ताओं में जोश पैदा कर सकती हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि पार्टी अध्यक्ष के चुनाव में वह प्रत्याशी बनेंगी।
अध्यक्ष पद के चुनाव में आ सकती हैं आगे
थरूर ने न्यूज एजेंसी प्रेट्र को दिए इंटरव्यू में कहा कि प्रियंका में स्वाभाविक करिश्मा है। इसी वजह से उनकी तुलना कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से की जाती है। उन्होंने कहा कि प्रियंका के पास सांगठिक अनुभव के साथ पार्टी में प्रभाव भी है। यहीं नहीं हाल के चुनाव में उत्तर प्रदेश में जमीनी स्तर पर उनका प्रभाव दिखा। इसलिए वे चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए आगे आ सकती हैं।
लेकिन राहुल के रुख से इसकी उम्मीद कम
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने इस्तीफा देते हुए कहा था कि गांधी परिवार का कोई भी सदस्य उनका स्थान नहीं लेगा। इससे प्रियंका के आने का विकल्प खत्म होता प्रतीत होता है। लेकिन इसके बारे में अंतिम फैसला खुद गांधी परिवार को ही करना है।
युवा नेतृत्व बेहतर लेकिन दोहरा लक्ष्य पाना होगा
पार्टी के लिए युवा नेतृत्व के पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के सुझाव का समर्थन करते हुए थरूर ने कहा कि पार्टी की स्थिति और राष्ट्रीय परिदृश्य देखते हुए आज पार्टी अध्यक्ष को दोहरा लक्ष्य हासिल करना होगा। एक ओर, पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरना होगा, वहीं दूसरी ओर मतदाताओं को पार्टी की ओर आकर्षित करना होगा। सिर्फ सांगठिक क्षमता अथवा मतदाताओं को आकर्षित करने वाले व्यक्तित्व से काम नहीं चलेगा।
मौजूदा स्थिति से पार्टी को काफी नुकसान
कांग्रेस की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए थरूर ने कहा कि लीडरशिप को लेकर स्पष्टता न होने से पार्टी को नुकसान हो रहा है। हालांकि उन्हें उम्मीद है कि पार्टी केंद्रीय कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की सदस्यता सहित सभी पदों के लिए चुनाव कराएगी। इससे पार्टी को नया नेतृत्व मिलेगा।
सीडब्ल्यूसी जल्द समाधान निकालेगी
थरूर ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता और सहानूभूति रखने वाले लोगों को निराशा हो रही है। प्रमुख फैसलों, अधिकार और यहां तक कि प्रेरणा और ऊर्जा पाने के लिए पार्टी नेता की आवश्यकता है। उन्होंने आशा जताई कि सीडब्ल्यूसी मौजूदा स्थिति को अत्यंत गंभीरता से ले रही है और बिना देरी किए समाधान निकालने के लिए प्रयास कर रही है। तिरुवनंतपुरम के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक रास्ता यह हो सकता है कि सीडब्ल्यूसी पार्टी के लिए अंतरिम अध्यक्ष नामित करें और उसके बाद वह खुद को भंग करें। इससे पार्टी में अध्यक्ष के नेतृत्व में सभी पदाधिकारियों के चुनाव कराए जा सकते हैं। प्रमुख पदों के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और राज्य कमेटियों के प्रतिनिधियों को चुनाव लड़ने की अनुमति दी जा सकती है।