ललितगेटः भाजपा सांसद आरके सिंह का तीर
ललितगेट पर केंद्र सरकार भीतर से भी घिरती जा रही है। भाजपा सांसद कीर्ति आजाद द्वारा इस पूरे प्रकरण में सीधे वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधने के बाद भाजपा के एक और सांसद आर.के. सिंह मैदान में कूद पड़े हैं।
भाजपा सांसद आर.के. सिंह ने सीधे-सीधे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और केंद्र की पूरी सरकार द्वारा ललित मोदी को पहुंचाई गई मदद के पक्ष में दिए जा रहे तर्कों को ध्वस्त करते हुए कहा कि ये गलत था। उन्होंने जिस तरह से साफ और स्पष्ट शब्दों में कहा, भगौड़े को किसी भी तरह की मदद मुहैया कराना लानूनी और नैतिक दोनों स्तरों पर गलत था।
इस तरह से अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले वह दूसरे सांसद बने और अभी ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि कई और धुरंधर सामने आ सकते है। जिस भाषा में आर.के. सिंह ने सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे के कदमों को गलत बताया है, उससे साफ लगता है कि पार्टी के भीतर गहरा असंतोष पनप रहा है। आर.के सिंह ने अपनी सरकार से मांग की है कि ललित मोदी को पकड़कर भारत लाने के लिए सारे प्रयास किए जाने चाहिए।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के लिए यह प्रकरण एक बड़ी मुसीबत में तब्दील होता जा रहा है। एक तरफ वित्त मंत्री अरुण जेटली अमेरिका में यह कहते हैं कि वंसुधरा के बेटे दुष्यंत और ललित मोदी के बीच लेन-देन व्यवसायिक था, वहीं दिल्ली में कई भाजपा नेता इससे सहमत नहीं है। उनका कहना है कि इससे सरकार और पार्टी दोनों की छवि धूमिल होगी। देखना यह है कि खुलकर कितने धुरंधर मैदान में आते हैं।
दरअसल, जिस तरह से ललित मोदी प्रकरण में सुषमा और वसुंधरा का बचाव किया जा रहा है उससे भाजपा में एक खेमे में गहरा असंतोष है। कांग्रेस के शासनकाल में कोयला घोटला और २जी को लेकर हंगामा करने वाली भाजपा के लिए जमीनी स्तर पर भी बचाव करना मुश्किल हो रहा है।
यहां शब्दों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। आर.के सिंह ने कहा, अगर कोई भी भगौड़े की मदद करता है तो वह गलत है। अगर कोई भगौड़े से मिलता भी है तो वह भी गलत है। जो कोई भी उसकी मदद करता है, वह गलत है। ललित मोदी न्यायिक वारंट और समन की अवमानना कर रहे है। हालांकि उन्होंने सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे का नाम नहीं लिया, लेकिन निशाना तो साफ ही था।