मध्यप्रदेशः औद्योगिक क्षेत्र में जमीन आवंटन को लेकर दिग्गी और संघ में टकराव, प्रदर्शन करने पहुंचे कांग्रेस नेताओं और पुलिस में नोंकझोंक
भोपाल के गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में संघ की लघु उद्योग भारती संस्था को कार्यालय बनाने के लिए 10 हजार वर्ग फुट जमीन आवंटन को लेकर राजनीति गरमा गई है। इसका रविवार को शिलान्यास किया गया। इसके विरोध में कांग्रेस के प्रदर्शन के ऐलान पर इंडस्ट्रियल एरिया को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। रविवार सुबह मौके पर पहुंचे कांग्रेस नेताओं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और भोपाल डीआईजी इरशाद वली के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। दिग्विजय सिंह ने कहा कि यदि आरएसएस ने पार्क में भूमिपूजन किया तो हम दीवार को तोड़ देंगे। इसके जवाब में डीआईजी इरशाद वली ने कहा कि तो हम आप पर नजर रखेंगे।
इस बीच बैरिकेडिंग पार करने की कोशिश करने पर पुलिस ने कांग्रेस नेताओं पर पानी की बौछार की। साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हल्का बल प्रयोग भी किया। डीआईजी ने कहा कि कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन कर प्रदर्शन करने वालों को चिन्हित करके उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। इस दौरान मौके पर भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया भी मौजूद रहे। बता दें कि कांग्रेसियों ने इंडस्ट्रियल एरिया के उद्यान की जमीन फरर की लघु उद्योग भारती संस्था को कार्यालय के लिए आवंटन करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इंडस्ट्रियल एरिया के उद्यमियों ने उनसे मामले की शिकायत की है।
दिग्वियज ने कहा- सीएम कर रहे पौधे लगाने का नाटक
दिग्विजय सिंह कांग्रेस नेताओं के साथ रविवार को गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया पहुंचे। उन्होंने कहा कि फरर की संस्था को पार्क की जमीन आवंटित की गई है। यहां पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बाबूलाल गौर ने पौधरोपण किया था। उन्होंने सवाल किया कि ऐसा क्या हो गया कि जमीन को संघ की संस्था को दे दिया गया। यहां पर पेड़ों को काटा जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पौधे लगाने का नाटक कर रहे हैं। वह अपने ही लगाए पौधों को कटवा रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया के 95 प्रतिशत लोग पार्क की जमीन लघु उद्योग भारती संस्था को आवंटन करने के खिलाफ हैं। हमारा कहना है कि आपको जमीन देना है तो अचारपुरा में दे दीजिए। दूसरी संस्थाओं को भी दीजिए। गोविंदपुरा में जमीन का आवंटन असंवैधानिक है।
इस जमीन का ना तो लैंड यूज बदला है। ना बिल्डिंग परमिशन की इजाजत ली गई है। हमने कलेक्टर अविनाश लवानिया से कहा कि हमारी सीएम से मुलाकात करा दें। उन्होंने जवाब दिया कि वह उपलब्ध नहीं हैं। हमारा सवाल है कि वह किसके लिए उपलब्ध हैं। चंदाखोरों और दलालों के लिए हैं। दिग्विजय सिंह बोले, हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हम लोग अदालत की लड़ाई लड़ेंगे। विधानसभा में लड़ेंगे। सब जगह लड़ेंगे।
लघु उद्योग भारतीय का जवाब
> बीस सालों से 44000 वर्ग फुट जमीन खाली, उसमें से 6000 वर्ग फुट का आवंटन
> यह जमीन पार्क के लिए आवंटित नहीं की गई है।
> राजस्व रिकॉर्ड में यह जमीन इकाई के आवंटन के लिए रखी गई थी
> यहां पर अतिक्रमण करने के लिहाज से पौधारोपण किया गया।
> जमीन अपने अधिकार क्षेत्र में बनाए रखने के लिए गोविंदपुरा एसोसिएशन ने यहां पर पार्क का रूप दिया