मध्य प्रदेश: राहुल गांधी का रोड शो, माधवराव सिंधिया की समाधि पर गए
मध्य प्रदेश में चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दो दिवसीय मध्य प्रदेश दौरे पर हैं। यहां छतरी में वह माधवराव सिंधिया की समाधि पर गए। इसके बाद राहुल गांधी ने रोड शो। रोड शो से पहले राहुल गांधी अचलेश्वर मंदिर में पूजा भी की। रोड शो के बाद राहुल की फूलबाग में सभा होनी है।
राहुल का रोड शो अचलेश्वर मंदिर से शुरू होकर 7.40 बजे फूलबाग पर खत्म होगा, जहां सभा को संबोधित करने के बाद रात्रि विश्राम के लिए ऊषा किरण पैलेस पहुंचेंगे। शो के दौरान राहुल गांधी तीन स्तरीय सुरक्षा घेरे में रहेंगे।
पीएम मोदी पर राहुल ने बोला हमला
इससे पहले दतिया की एक सभा में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों को छोड़कर बस बड़े कारोबारियों की ही मदद की है। उन्होंने कारोबारियों का 3.5 करोड़ का कर्ज माफ किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश की तरक्की में किसानों का बहुत बड़ा योगदान है। देश किसानों की वजह से ही आगे बढ़ा है। देश को आगे बढ़ाने में किसानों, छोटे कारोबारियों, युवाओं और महिलाओं का हाथ है। उन्होंने कहा कि पीएम को किसानों और उनके कर्ज की चिंता नहीं है।
‘सत्ता में आए तो दस दिन में होगा कर्ज माफ’
उन्होंने कहा, 'मैं पीएमओ केवल एक बार गया क्योंकि मैं किसानों के बारे में बात करना चाहता था। मैंने प्रधानमंत्री से किसानों का कर्ज माफ करने के लिए अनुरोध किया। मैंने उनसे कहा कि मैं जानता हूं कि आप अमीर लोगों का कर्ज माफ करना चाहते हैं लेकिन आपको किसानों का भी कर्ज माफ करना चाहिए लेकिन इस पर उन्होंने एक शब्द भी नहीं कहा।' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा जैसे ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार आएगी वैसे ही मध्य प्रदेश में किसान का कर्जा 10 दिन के अंदर माफ हो जाएगा। हमारा मुख्यमंत्री 24 घंटे में से 18 घंटे युवाओं को रोजगार देने में लगा देगा।
'क्या कभीमोदी जी ने किसान-मजदूर को भाईकहा'
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी के दिल में महिलाओं एवं दबे-कुचले लोगों के लिए जगह नहीं है। वह केवल उद्योगपतियों के बारे में सोचते हैं। राहुल ने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' नारे पर तंज कसते हुए कहा कि असली नारा 'बेटी पढाओ और बेटी को बीजेपी के एमएलए से बचाओ' होना चाहिए। आज मध्य प्रदेश में माताओं और बहनों के दिल में घबराहट है। दलितों के दिल में दर्द है। रोहित वेमुला पढ़ाई करना चाहता था लेकिन उसको दबाकर कुचला गया।
उन्होंने कहा कि पीएम वह 'मेहुल भाई, नीरव भाई, अनिल भाई, ललित भाई' बोलते हैं लेकिन वह किसानों एवं मजदूरों को कभी 'भाई' नहीं बोलते हैं। राहुल ने लोगों से पूछा-क्या आपने पीएम को कभी गरीब 'भाई' बोलते हुए सुना है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'यदि कोई सूट-बूट में नहीं है तो पीएम उसे 'भाई' नहीं बोलेंगे।'
'राफेल में अंबानी को पहुंचाया फायदा'
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यूपीए सरकार ने राफेल लड़ाकू हवाई जहाज का कांट्रैक्ट एचएएल को दिया था। नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री बने और राफेल का कांट्रैक्ट एचएएल से छीनकर अपने मित्र अनिल अंबानी को दे दिया। एचएएल पर एक रुपया कर्जा नहीं है, उल्टा सरकार ने एचएएल से 3000 करोड़ रुपये लिया। अनिल अंबानी पर 45000 करोड़ रुपये का कर्जा है। लोकसभा में मोदी जी ने डेढ़ घंटा भाषण दिया लेकिन अंबानी के बारे में, राफेल के बारे में एक शब्द नहीं कहा। राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा कि चौकीदार ने 30 हजार करोड़ रुपये की चोरी करवा दी। अपने मित्र अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने दौरे की शुरुआत दतिया में मां पीतांबरा देवी के दर्शन से की और यहां पूजा-अर्चना की। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस नेता कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी थे।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर क्षेत्र में विधानसभा की कुल 34 सीटें हैं। साल 2013 के चुनाव में भाजपा ने इन 34 सीटों में से 20 सीटों पर कब्जा जमाया था। कांग्रेस को इस इलाके में इस बार बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा जिसके लिए पार्टी राहुल गांधी को मैदान में उतारकर उसी की तैयारी कर रही है।
राजसत्ता प्राप्ति के लिए पूजा का विशेष महत्व
मां पीतांबरा देवी शक्तिपीठ का अपना एक अलग इतिहास है। राजसत्ता प्राप्ति में मां की पूजा का विशेष महत्व होता है। 1962 के भारत और चीन युद्ध के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने यहां पर एक बड़ा अनुष्ठान कराया था। इस मंदिर को लेकर हमेशा से नेताओं को भरोसा रहा है।
पीतांबरा शक्तिपीठ उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे हुए मध्य प्रदेश के दतिया जिले में स्थित है। यह शक्तिपीठ शत्रु बाधा को शांत करने के लिए सिद्ध स्थल माना जाता है। इस शक्तिपीठ में रोज मंत्र-जाप की क्रिया चलती रहती है। वहीं राजनेता पंडितों को संकल्प देकर अनुष्ठान कराते हैं। पंडित उसी अनुष्ठान का संकल्प लेते हैं जिसमें किसी को क्षति पहुंचाने का भाव न हो।