आज से विधानसभा चुनाव प्रचार में उतरेंगे दिग्गज, महाराष्ट्र में पीएम मोदी और राहुल गांधी की रैलियां
हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए आज से आठ दिनों बाद 21 अक्टूबर को मतदान होगा। इन चुनावों में मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कांग्रेस और भाजपा सहित सभी दलों ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी चुनावी प्रचार अभियान में उतरेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी आज दोपहर 12 बजे उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव में रैली से अपने अभियान की शुरूआत करेंगे। इसके बाद शाम 4 बजे विदर्भ के भंडारा जिले के सकोली में उनकी दूसरी जनसभा होगी। चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री राज्य में कुल नौ रैलियों को संबोधित करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी आने वाले दिनों में हरियाणा में भी रैलियां करेंगे।
मोदी ने एक ट्वीट में बताया कि वह जलगांव और सकोली में रैलियों को संबोधित करेंगे। मोदी ने ट्विटर पर कहा, 'महाराष्ट्र में कल प्रचार करूंगा। जलगांव और सकोली में रैलियों को संबोधित करने के लिए उत्सुक हूं। राजग हमारे युवा और दूरदर्शी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जी के नेतृत्व वाली सरकार के कामों के आधार पर लोगों के बीच जा रहा है। हम राज्य की सेवा करने के लिए पांच और साल मांगेंगे।'
राहुल की लातूर में रैली
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी महाराष्ट्र के लातूर में आज पहली जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह मुंबई के चांदीवली और धारावी इलाकों में भी पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में वोट मांगेंगे। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद गांधी पहली बार चुनाव प्रचार के लिए लोगों के बीच होंगे।
हरियाणा में भाजपा घोषणा-पत्र करेगी जारी
अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से रविवार सुबह 10 बजे यहां होटल ललित में जारी होने वाले घोषणा-पत्र पर सभी की नजरें टिकी हैं। हरियाणा के भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद यादव ने आईएएनएस को बताया कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पार्टी महासचिव तथा प्रदेश प्रभारी डॉ. अनिल जैन की मौजूदगी में घोषणा-पत्र जारी होगा। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने जिस तरह से घोषणा-पत्र में किसानों, सरकारी कर्मचारियों और महिलाओं से जुड़ी घोषणाएं कर उन्हें रिझाने की कोशिश की है, उससे पार्टी पर भी इसका जवाब देने का दबाव है। हालांकि पार्टी जमीन पर उतर सकने वाले वादों को ही घोषणा-पत्र में जगह देना चाहती है।