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18 September 2016

मुलायम ने शिवपाल को बनाया बलि का बकरा: मायावती

फाइल फोटो

मायावती ने कहा, उत्तर प्रदेश में शीघ्र ही होने वाले विधानसभा चुनाव में सपा की होने वाली अवश्यंभावी हार का ठीकरा पुत्र के सिर पर फूटने से बचाने की तैयारी के क्रम में सोची समझी रणनीति के तहत सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अपने भाई को चुनाव से ठीक पहले प्रदेश सपा अध्यक्ष बना दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुलायम ने ऐसा इसलिए भी किया ताकि सपा और परिवार में वर्चस्व को लेकर जारी संघर्ष और गृहयुद्ध की ड्रामेबाजी में मुलायम के हावी पुत्रमोह से राज्य की जनता का ध्यान बंटाया जा सके। मायावती ने कहा कि पुत्र को ही टिकट बांटने का अधिकार सौंपकर चुनाव से पहले उसकी छवि बनाने तथा उसे सपा परिवार में नंबर वन बनाने का प्रयास है। इस प्रयास में मुलायम ने भाई शिवपाल यादव को बलि का बकरा बनाकर कुर्बान कर दिया।

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि सपा सरकार के मुखिया द्वारा पहले मंत्री को हटाना और उसे फिर मंत्री बनाने से लगता है कि दाल में कुछ काला है। लोक निर्माण विभाग मुख्यमंत्री द्वारा अपने पास ही रखने से भी कुछ गड़बड़ नजर आती है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सरकार हर मोर्चे विशेषकर कानून व्यवस्था के मोर्चे पर बुरी तरह विफल रही है। मायावती ने कहा कि अंसारी बंधु की कौमी एकता दल के सपा में विलय को लेकर भी मुलायम का पुत्रमोह सामने आया था। पहले बड़े ताम-झाम से विलय कराया गया, फिर पुत्र की छवि को सहारा देने के लिए उसके एक वरिष्ठ मंत्री के खिलाफ कार्रवाई कराकर अंसारी बंधु को बेइज्जत कर विलय रद्द करा दिया। मायावती ने कहा कि प्रदेश में अराजकता और जंगलराज पर केन्द्र की भाजपा सरकार की चुप्पी हैरान और परेशान करने वाली है। यह संभवत: चुनावी रणनीति के तहत भाजपा और सपा की मिलीभगत है।

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OUTLOOK 18 September, 2016
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