BJP राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शाह बोले- जीतेंगे 2019, वंशवाद को बताया कांग्रेस की संस्कृति
2019 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव की रूपरेखा तैयार करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक नई दिल्ली में हो रही है। इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि 2019 में पार्टी पिछली बार से भी बड़ी जीत हासिल करेगी। राहुल गांधी पर प्रहार करते हुए अमित शाह ने कहा कि वह भारत की गरिमा को धूमिल कर हैं। वंशवाद कांग्रेस की संस्कृति है। अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी जिस तरह की तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं, उसे देश की जनता नकारती है। राजनीति ऐसी होनी चाहिए जिसमे सबकी चिंता होनी चाहिए।
वहीं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “आजादी के 70 वर्ष बीत जाने के बाद बी देश कई समस्याओं से जूझ रहा है, बीजेपी उन समस्याओं के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। विरोधी जितना हिंसा का कीचड़ फैलाएंगे बीजेपी का कमल उतना ही ज्यादा खिलेगा. विभिन्न राज्यों के चुनाव परिणाम इसका संकेत हैं।”
#Visuals from BJP National Executive Meet in Delhi pic.twitter.com/slrL5L15gZ
— ANI (@ANI) 25 September 2017
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, लाल कृष्ण आडवानी समेत तमाम वरिष्ठ नेता पहुंच चुके हैं।
बैठक का आज दूसरा और विशेष दिन है 25 सितंबर को पं. दिनदयाल का जन्मदिन भी है जिसे पंडित दीनदयाल जन्मशती वर्ष के तौर पर मनाया जा रहा है। क्योंकि आज प्रधानमंत्री मोदी बैठक को संबोधित करेंगे। जहां मोदी सरकार की उपलब्धियां सरकार द्वारा किए गए काम-काज पर चर्चा होगी वहीं आगे की दशा-दिशा भी तय की जाएगी।
बैठक के आखिर में शाम के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी नेताओं को संबोधित करेंगे। इस बैठक की खास बात ये है कि यहां पहले भाजपा के पदाधिकारी भाग लेते थे।
लेकिन इस बार पार्टी के लोकसभा और राज्यसभा सांसद भी शामिल होने जा रहे हैं। ऐसे में देश भर से पार्टी के सभी 281 लोकसभा सदस्य, 57 राज्यसभा सदस्य, 1400 के करीब विधायक और विधानपार्षद और प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष और महामंत्री हिस्सा लेंगे। माना जा रहा है कि करीब 2200 के नेता इसमें शामिल होंगे।
इस दौरान राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव भी प्रस्तुत किए जाएंगे। राजनीतिक प्रस्ताव में रोहिंग्या मुसलमानों, और आर्थिक प्रस्ताव में जीएसटी से आए बदलाव और नोटबंदी से बदली परिस्थितियों पर चर्चा हो सकती है।