मोहन भागवत मस्जिद-मदरसा जाने लगे हैं, कुछ दिनों में मोदी भी ‘टोपी’ पहनने लगेंगे: दिग्विजय सिंह
राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को दावा किया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में जारी भारत जोड़ो यात्रा के असर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत को मदरसा और मस्जिद जाने पर मजबूर होना पड़ा है और कुछ ही दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ‘टोपी’ पहननी शुरू कर देंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब और अन्य देशों में तो ‘टोपी’ पहनते हैं, लेकिन वह भारत लौटने के बाद सिर पर ‘टोपी’ नहीं लगाते।
इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि सात सितंबर से कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा का दो महीने के भीतर इतना असर हो गया है कि संघ के एक बड़े नेता को कहना पड़ा कि देश के गरीब लोग और गरीब तथा अमीर लोग और अमीर होते जा रहे हैं। दिग्विजय ने कहा, “आप देखिएगा, जब यह यात्रा अपने आखिरी मुकाम श्रीनगर पहुंचेगी, तब क्या होता है।”
आदिवासी क्रांतिकारी बिरसा मुंडा की जयंती पर मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में राज्य सरकार की ओर से आयोजित ‘जनजातीय गौरव दिवस’ कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शामिल होने से पहले दिग्विजय ने भाजपा पर हमला बोला।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों की भलाई के नाम पर केवल दिखावटी आयोजनों पर भरोसा करती है।
दिग्विजय ने कहा, “हमें गर्व है कि द्रौपदी मुर्मू हमारे देश की राष्ट्रपति हैं। हम उम्मीद करते हैं कि वह मध्य प्रदेश में आदिवासियों को दी जाने वाली प्रताड़ना पर कुछ बोलेंगी। अगर वह इस विषय में न बोलना चाहें, तो हमारे प्रतिनिधिमंडल को उनसे चर्चा का समय दे सकती हैं।”
उन्होंने यह भी कहा, “पिछली बार अनुसूचित जाति के रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति बने थे। प्रधानमंत्री बताएं कि उनकी सरकार ने कोविंद के कार्यकाल के दौरान देश के करोड़ों दलितों के हित में क्या किया?”
गुजरात के आगामी विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की सक्रियता पर दिग्विजय ने कहा कि वह बरसों से बोलते आ रहे हैं कि ये पार्टियां संघ की ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ परिकल्पना का हिस्सा और ‘भाजपा की बी टीम’ हैं।
उन्होंने दावा किया कि दोनों पार्टियां (आप और एआईएमआईएम) सिर्फ अन्य दलों के वोट काटने के लिए चुनाव लड़ती हैं, ताकि भाजपा को मदद मिल सके।\
पीटीआई इनपुट के साथ