मध्य प्रदेश में भाजपा को झटका, समाज कल्याण बोर्ड की प्रमुख पद्मा शुक्ला ने दिया पार्टी से इस्तीफा
मध्य प्रदेश में इस साल विधान सभा चुनाव होने है जिसको लेकर राज्य में राजनीतिक हलचल तेज है। राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त पद्मा शुक्ला ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सामाजिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया है। चुनावी साल में इसे भाजपा के लिए करारा झटका माना जा रहा है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को भेजे पत्र में उन्होंने लिखा है कि विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2014 के उपचुनाव के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर इस्तीफा देती हूं।
विजयराघवगढ़ की कद्दावर नेता
पद्मा शुक्ला विजयराघवगढ़ से भाजपा की कद्दावर नेता के रूप में जानी जाती हैं। पद्मा शुक्ला 2013 विधानसभा चुनाव में विजयराघव गढ़ से भाजपा की उम्मीदवार रही थीं। उन्होंने पिछली बार संजय पाठक के खिलाफ चुनाव लड़ा था। उस समय वे अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और तब कांग्रेस में रहे संजय पाठक से 935 वोटों से चुनाव हार गई थीं। पद्मा शुक्ला का इस्तीफा ऐसे समय पर आया है जब प्रधानमंत्री मोदी मध्य प्रदेश के दौरे पर आने वाले हैं।
कांग्रेस में जाने की अटकलें
पद्मा शुक्ला के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें भी तेज हैं। समझा जाता है कि जल्द ही कांग्रेस का दामन थाम सकती हैं। उनके इस्तीफे के बाद पार्टी के आला नेता भी कुछ बोलने से बचते नजर आ रहे हैं। कटनी जिले से कांग्रेस के नेता संजय पाठक के भाजपा में शामिल होने के बाद से ही इस क्षेत्र के लगभग सभी भाजपा नेता अब मंत्री पाठक के खिलाफ खुलकर लामबंद हो रहे हैं। पद्मा शुक्ला राज्यमंत्री संजय पाठक के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहती हैं।