राज्यसभा सांसदों को मोदी का संदेश, गरीब, कमजोर वर्ग को पार्टी से जाेड़े
मोदी ने भाजपा के राज्यसभा की सदस्यों की बैठक में अपने समापन भाषण में कहा, आप जिस राज्य से भी आते हैं, आपको उसके मुद्दों को उठाना चाहिए। आपको समाज के सभी वर्ग, खासतौर पर गरीबों और वंचितों को पार्टी से जोड़ने में अहम भूमिका निभानी चाहिए।
भाजपा के सभी 52 राज्यसभा सदस्यों ने बैठक में भाग लिया जिसे पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भी संबोधित किया। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक ब्रीफिंग में संवाददाताओं से कहा कि मोदी ने राज्यसभा सदस्यों की इस तरह की पहली बैठक में कहा कि पार्टी ने उन्हें विशेष पहचान का मंच दिया है और उन्हें नये क्षेत्रों से लोगों को पार्टी की ओर लाने की दिशा में काम करना चाहिए।
जब पूछा गया कि समाज के किस वर्ग की बात मोदी ने की है तो प्रसाद ने किसी समुदाय का नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि कुछ वर्ग के और अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा को लोकसभा चुनावों में सभी समुदायों का वोट मिला।
भाजपा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले दलितों और अन्य वंचित तबकों को लुभाने का प्रयास कर रही है। इससे पहले गुजरात समेत देश में दलितों पर हमलों की कुछ घटनाओं को लेकर भाजपा और केंद्र सरकार आलोचनाओं का सामना कर चुके हैं। मोदी ने कहा कि राज्यसभा सदस्य संगठन का विस्तार करने में भी प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं। इससे पहले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने उनसे एक-एक लोकसभा सीट अपनाने को कहा था जहां 2014 में भाजपा हार गयी थी। शाह ने कहा कि वह उस लोकसभा के सांसद की तरह क्षेत्र में कामकाज करें ताकि अगले चुनावों में वहां से पार्टी जीत सके।
प्रधानमंत्री ने सांसदों से कहा कि जनता के बीच केंद्र की उपलब्धियों को पहुंचाने के लिए कड़े परिश्रम की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपेक्षाकृत अधिक युवा नेताओं को उच्च सदन में लाकर नयी मिसाल पेश की है और उन्हें नयी उर्जा के साथ काम करना चाहिए। मोदी ने उनसे सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहने को कहा जिसके बारे में पार्टी के सोशल मीडिया प्रकोष्ठ ने बैठक में एक प्रस्तुतिकरण दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्यसभा सदस्यों को केवल उन राज्यों में काम नहीं करना चाहिए, जहां से वे आते हैं, बल्कि पार्टी जहां उनकी सेवाएं चाहती है, वहां भी सक्रिय होना चाहिए। मोदी ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है और उनके समर्पण तथा प्रतिबद्धता से ही पार्टी इतनी दूरी तय कर पाई है।
राज्यसभा के नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, वेंकैया नायडू ने भी अपने विचार व्यक्त किये। पार्टी के संगठन महासचिव रामलाल ने राज्यसभा सदस्यों से संगठन के लिए और अधिक प्रभावी तरीके से काम करने को कहा।