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17 December 2025

'नेहरू के दस्तावेज़ लापता नहीं बल्कि सोनिया गांधी के पास...', केंद्र सरकार ने की लौटाने की मांग

संस्कृति मंत्रालय ने बुधवार को स्पष्ट किया कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के निजी कागजात प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (पीएमएमएल) से "लापता" नहीं कहे जा सकते, क्योंकि वे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास हैं।

ये स्पष्टीकरण केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा भाजपा सांसद संबित पात्रा के इस सवाल के लिखित जवाब के बाद केंद्र के खिलाफ कांग्रेस की प्रतिक्रिया के बाद आए हैं कि क्या पीएमएमएल से नेहरू के पत्र गायब हैं।

गजेंद्र सिंह शेखावत ने जवाब दिया कि "देश के पहले प्रधानमंत्री से संबंधित कोई भी दस्तावेज पीएमएमएल से गायब नहीं है"। 

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इससे कांग्रेस को केंद्र सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया और उसने भाजपा सरकार से सोनिया गांधी के पास नेहरू के निजी पत्र होने के आरोप के लिए माफी मांगने और उन्हें लौटाने की मांग की।

संस्कृति मंत्रालय ने आज एक पोस्ट में स्पष्ट किया कि इन दस्तावेजों को "लापता" नहीं कहा जा सकता क्योंकि इनका पता चल चुका है और इनकी वापसी की मांग की जा रही है। मंत्रालय ने कहा कि ये "राष्ट्र की दस्तावेजी विरासत का हिस्सा" हैं।

29 अप्रैल, 2008 के पत्र के माध्यम से श्रीमती सोनिया गांधी के प्रतिनिधि एम.वी. राजन ने अनुरोध किया कि श्रीमती गांधी पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के सभी निजी पारिवारिक पत्रों और नोट्स को वापस लेना चाहती हैं। 

तदनुसार, नेहरू पेपर्स के 51 कार्टन 2008 में श्रीमती सोनिया गांधी को भेजे गए थे। पीएमएमएल लगातार सक्रिय है।

संस्कृति मंत्रालय ने कहा कि इन दस्तावेजों की वापसी के लिए श्रीमती सोनिया गांधी के कार्यालय के साथ तब से पत्राचार किया जा रहा है, जिसमें पीएमएमएल द्वारा श्रीमती सोनिया गांधी को 28 जनवरी, 2025 और 3 जुलाई, 2025 को लिखे गए पत्र भी शामिल हैं।

इसलिए, नेहरू पेपर्स पीएमएमएल से "गायब" नहीं हैं, क्योंकि उनका पता ज्ञात है। भारत के पहले प्रधानमंत्री से संबंधित ये दस्तावेज राष्ट्र की दस्तावेजी विरासत का हिस्सा हैं, न कि निजी संपत्ति। पीएमएमएल के पास इनकी सुरक्षा और नागरिकों एवं विद्वानों द्वारा शोध के लिए इनकी उपलब्धता अत्यंत महत्वपूर्ण है," मंत्रालय ने आगे कहा।

इससे पहले, कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने सरकार से माफी मांगने की मांग की थी, जब संस्कृति मंत्रालय ने जवाब दिया था कि पीएमएमएल से कोई भी कागजात "गायब" नहीं हैं।

उन्होंने कहा, "कल लोकसभा में आखिरकार सच्चाई सामने आ गई। क्या माफी मांगी जाएगी?"

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TAGS: Jawaharlal Nehru, modi government, sonia gandhi, gajendra shekhawat
OUTLOOK 17 December, 2025
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