विपक्ष की टीम के नामकरण में नया पेंच? सूत्रों ने बताया, 'INDIA नाम पर नीतीश कुमार की राय अलग है...'
2024 लोकसभा चुनावों से पहले एकजुट होते दिख रहे विपक्षी दलों की दूसरी महा बैठक में गठबंधन के नाम पर चर्चा हुई और नाम सामने आया INDIA (भारतीय राष्ट्रीय जनतांत्रिक समावेशी गठबंधन)। मगर अब सूत्रों के हवाले से पता चला है कि नीतीश कुमार इस नाम से सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि नाम में एनडीए भी आता है।
Nitish Kumar hesitant on opposition alliance to be named 'INDIA': Sources
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— ANI Digital (@ani_digital) July 19, 2023
न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सोमवार यानी बैठक के पहले दिन अनौपचारिक रूप से INDIA नाम का प्रस्ताव रखा गया था। नेताओं से सुझाव मांगे गए थे। इसके बाद मंगलवार को बैठक के दूसरे और अंतिम दिन, सभी नेताओं ने नाम पर सहमति जताई।
सूत्रों के अनुसार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाम पर हामी भरते हुए कहा था, "ठीक है, अगर आप सभी इस नाम (INDIA) से सहमत हैं तो ठीक है।" विदुथलाई चिरुथिगल काची प्रमुख थोल थिरुमावलवन ने कहा कि यह नाम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा प्रस्तावित किया गया था।
वीसीके प्रमुख ने एएनआई को बताया, "विपक्षी गठबंधन का नाम: INDIA, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वार प्रस्तावित किया गया था। एक लंबी चर्चा के बाद, यह तय हुआ कि गठबंधन 'भारतीय राष्ट्रीय जनतांत्रिक समावेशी गठबंधन' के नाम से जाना जाएगा।"
वहीं, दूसरी तरह, कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनाते ने कहा कि बैठक में चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने इसे सही ठहराया कि "क्यों नाम INDIA ही होना चाहिए"। उन्होंने एएनआई को बताया, "यह एक संयुक्त प्रयास है। हम सब साथ में बैठे और हम सभी ने नामों पर चर्चा की। राहुल जी ने इसका नेतृत्व किया, उन्होंने उचित ठहराया कि यह INDIA ही क्यों होना चाहिए। उन्होंने इसके लिए तर्क दिया।"
गौरतलब है कि बेंगलुरु में हुई विपक्षी दलों की बैठक के बाद प्रेस वार्ता में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव मौजूद नहीं थे, क्योंकि मौसम विभाग ने मौसम के खराब होने का पूर्वानुमान लगाया था और नीतीश कुमार को एक सम्मेलन के लिए देरी हो रही थी।
इसके अलावा, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित कई और नेता भी इस मौके पर उपस्थित नहीं थे। बेंगलुरु में मिले 26 दलों ने नेताओं ने यह भी तय किया कि एक 11 सदस्यीय समन्वय समिति जाएगी। साथ ही अभियान संचालन और विभिन्न उप समितियों के साथ समन्वय बनाए रखने के लिए दिल्ली में एक सचिवालय बनाया जाएगा।
इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "विपक्षी दलों की अगली बैठक मुंबई में होगी, इसकी तारीख की घोषणा जल्द ही की जाएगी। एक 11 सदस्यीय समन्वय समिति बनाई जाएगी। समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा मुंबई में की जाएगी।"