आज भी नहीं मिली मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को मंजूरी
सोमवार को भी मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सका। लोकसभा में टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था लेकिन हंगामे के कारण प्रस्ताव सदन में नहीं रखा जा सका। शुक्रवार को भी दोनों पार्टियों की ओर से यह नोटिस दिया गया था लेकिन सदन ऑर्डर में न होने की वजह से प्रस्ताव को स्पीकर ने स्वीकार नहीं किया था। इस बीच सांसदों का हंगामा नहीं थमते देख स्पीकर ने लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी।
नरेंद्र मोदी की अगुवाई में चल रही एनडीए सरकार के खिलाफ पहली बार अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। यह प्रस्ताव कोई और दल नहीं बल्कि एनडीए के सहयोगी रही तेलुगु देशम पार्टी की ओर से लाया जा रहा है। दरअसल, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे पर तेदेपा और केन्द्र के बीच तकरार लंबे समय से देखी जा रही है। हाल ही में विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने की वजह से तेदेपा ने एनडीए से रिश्ता तोड़ लिया। और ये गुस्सा अब सदन में अविश्वास प्रस्ताव के रूप में भी फूट रहा है।
इस समय लोकसभा में कुल 539 सदस्य हैं। यानी बहुमत का आंकड़ा 270 होता है। भाजपा के अपने सदस्य 274 हैं। भाजपा अपने दम पर बहुमत पाने का माद्दा रखती है। इधर जब टीडीपी ने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी की तो उसे विरोधी वाईएसआर कांग्रेस समेत कांग्रेस, आरजेडी और लेफ्ट का भी समर्थन मिल गया। अब देखना होगा यह अविश्वास प्रस्ताव कहां तक सफल हो पाता है।