आडवाणी पर राहुल के बयान को लेकर सुषमा ने दी नसीहत, कहा- ‘भाषा की मर्यादा बनाए रखें’
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लाल कृष्ण आडवाणी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। सुषमा स्वराज ने राहुल गांधी के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि आडवाणी जी हमारे पिता तुल्य हैं। कृपया भाषा की मर्यादा रखने की कोशिश करें। बता दें कि शुक्रवार को महाराष्ट्र के चंद्रपुर की रैली में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर लाल कृष्ण आडवाणी को लेकर निशाना साधा था।
सुषमा ने राहुल को दी भाषा की मर्यादा रखने की नसीहत
सुषमा स्वराज ने राहुल गांधी को भाषा की मर्यादा रखने की नसीहत देते हुए ट्विटर पर लिखा है, ‘राहुल जी. अडवाणी जी हमारे पिता तुल्य हैं। आपके बयान ने हमें बहुत आहत किया है। कृपया भाषा की मर्यादा रखने की कोशिश करें। एस ट्वीट में सुषमा स्वराज ने आडवाणी जी हैशटैग का प्रयोग किया है।
क्या कहा था राहुल गांधी ने
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को चन्द्रपुर की रैली में कहा था कि हिंदू धर्म में सबसे जरूरी होता है गुरु...गुरु-शिष्य का एक रिश्ता होता है...मोदीजी के गुरु कौन हैं...आडवाणीजी...शिष्य गुरु के समक्ष हाथ तक नहीं जोड़ता है। स्टेज से उठाकर गुरु को नीचे फेंक दिया गया... जूता मारके आडवाणीजी को स्टेज से उतारने वाले हिंदू धर्म की बात करते नजर आते हैं। हिंदू धर्म में कहां उल्लेख किया गया है कि लोगों को मारना चाहिए।
राहुल जी - अडवाणी जी हमारे पिता तुल्य हैं. आपके बयान ने हमें बहुत आहत किया है. कृपया भाषा की मर्यादा रखने की कोशिश करें. #Advaniji
— Chowkidar Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) April 6, 2019
Rahulji - Advani ji is our father figure. Your words have hurt us deeply. Please try to maintain some decorum of your speech. #Advaniji
दो दिन पहले आडवाणी ने लिखा था ब्लॉग
बता दें कि भाजपा के स्थापना दिवस से 2 दिन पहले लाल कृष्ण आडवाणी ने एक ब्लॉग में लिखा था कि उनके लिए सबसे पहले देश है, फिर पार्टी और उसके बाद खुद हैं।
‘विपक्ष को कभी अपने विरोधी की नजर से नहीं देखते’
इसी ब्लॉग में उन्होंने ये भी लिखा कि जो भी पार्टी या व्यक्ति हमारे विपक्ष में हैं, हम उन्हें कभी अपने विरोधी की नजर से या फिर देशद्रोही की नजर से नहीं देखते हैं। उनके इस ब्लॉग की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तारीफ की और कहा कि मुझे बीजेपी कार्यकर्ता होने पर गर्व है और गर्व है कि लालकृष्ण आडवाणी जी जैसे महान लोगों ने इसे मजबूत किया है।
‘विविधता और अभिव्यक्ति की आजादी भारतीय लोकतंत्र की खासियत’
बीजेपी नेता आडवाणी ने आगे लिखा कि भारतीय लोकतंत्र की खासियत रही है विविधता और अभिव्यक्ति की आजादी। बीजेपी अपनी स्थापना दिवस 6 अप्रैल को मना रही है। इस मौके पर लिखे अपने ब्लॉग में आडवाणी ने कहा, 'यह मेरी ईमानदार इच्छा है कि हम सभी को सामूहिक रूप से भारत की लोकतांत्रिक इमारत को मजबूत करने का प्रयास करना चाहिए। सच है कि चुनाव लोकतंत्र का त्योहार है।
आडवाणी के ब्लॉग के बाद कई विपक्षी नेताओं ने साधा निशाना
लालकृष्ण आडवाणी के ब्लॉग के बहाने विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी नेतृत्व पर निशाना साधा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने अपने गुरु के लिए क्या किया है, क्या यह हिन्दू धर्म है, मोदी हमें हिन्दू धर्म सिखाएंगे। उनके अलावा बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बीजेपी पर निशाना साधा।