विपक्ष जनता की आवाज, संसद में जाना युद्ध जैसा होता है: कांग्रेस नेता राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने टेक्सास के डलास में कहा कि भारत में विपक्ष जनता की आवाज है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसका मुख्य ध्यान जनता के दृष्टिकोण को "सावधानीपूर्वक" और "संवेदनशीलता से" समझने के बाद उनसे संबंधित मुद्दों को उठाना है। राहुल गांधी ने कहा कि सुबह सुबह संसद जाना युद्ध जैसा होता है।
बता दें कि लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी चार दिन की अनौपचारिक यात्रा पर अमेरिका गए हैं।
रविवार को डलास में टेक्सास विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ बातचीत के दौरान गांधी ने कहा, "विपक्ष मूलतः लोगों की आवाज है, घटनाओं का एक पूरा क्रम चलता रहता है, लेकिन आप आमतौर पर यह सोचते हैं कि मैं भारत के लोगों के मुद्दे कहां और कैसे उठा सकता हूं।"
उन्होंने कहा, "आप व्यक्तिगत नजरिए से सोच रहे हैं, और समूह, उद्योग, किसान के नजरिए से भी सोच रहे हैं, महत्वपूर्ण बात यह है कि आप इसे संवेदनशीलता के साथ और ध्यानपूर्वक सुनने और समझने के बाद करें।"
संसदीय कार्यवाही के बारे में बात करते हुए गांधी ने इसे विचारों और शब्दों का "सुखद युद्ध" बताया।
उन्होंने कहा, "आप सुबह संसद जाते हैं, तो यह युद्ध जैसा होता है, आप अंदर जाते हैं और फिर लड़ते हैं, यह एक सुखद युद्ध है, कभी-कभी यह काफी मजेदार भी होता है, यह बुरा भी हो सकता है, लेकिन यह विचारों और शब्दों का युद्ध है।"
उन्होंने कहा, "जब आप राजनीति में नए होते हैं, तो आप किसी मुद्दे को देखते हैं, आपको लगता है कि यह एक मुद्दा है, लेकिन जब आप विस्तार से देखते हैं, तो आपको पता चलता है कि इसमें बारीकियां और जटिलताएं हैं, इसलिए उस बारीकियां को समझना और उसके अनुसार अपने दिन की योजना बनाना, आमतौर पर इसी तरह काम करता है।"
गांधी शनिवार रात को डलास पहुंचे और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा और इंडियन नेशनल ओवरसीज कांग्रेस, यूएसए के अध्यक्ष मोहिंदर गिलजियान के नेतृत्व में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के दर्जनों सदस्यों ने उनका स्वागत किया।
अपनी यात्रा के दौरान गांधी वाशिंगटन डीसी में भारतीय प्रवासियों और युवाओं से भी मिलेंगे। सोमवार से शुरू हो रही वाशिंगटन डीसी की अपनी यात्रा के दौरान उनकी योजना सांसदों और अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने की भी है।