जदयू के फैसले से तय होगी विपक्ष की रणनीति
इस बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा, जदयू के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव के.सी.त्यागी, शरद यादव समेत कई नेता व विधायक मौजूद हैं। इस बीच जदयू के विधायकों ने मुख्यमंत्री को ही राष्ट्रपति चुनाव में फैसला लेने के लिए अधिकृत कर दिया है।
मालूम हो कि जदयू की ओर से कहा गया है कि रामनाथ कोविंद के बारे में मुख्यमंत्री ने जो भी बयान दिया वह बिहार की मर्यादा के अनुकूल था। नीतीश ने राष्ट्रीय मुद्दों पर हमेशा गठबंधन धर्म से ऊपर उठ कर फैसले लिए हैं। बिहार के राज्यपाल के रूप में इन्होंने बहुत ही निष्पक्षता और निरपेक्षता के साथ संविधान के अनुरूप बेहतरीन कार्य किया है।
बहरहाल जदयू की इस बैठक को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं की भी निगाहें टिकी हुई हैं। एनडीए व विपक्षी दलों में जदयू के अधिकृत फैसले का इंतजार है। हालाकि समर्थन को लेकर कयासों का दौर बना हुआ है लेकिन विपक्ष दलों ने अभी तक अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं। समझा जाता है कि जदयू के फैसले के बाद ही विपक्ष अपनी रणनीति तय करेगा।