चिदंबरम ने ‘पीएम किसान’ योजना को ‘वोट के लिए रिश्वत’ बताया
केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत करीब एक करोड़ किसानों को दो-दो हजार रुपये का पहला इंस्टॉलमेंट दिए जाने से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदबरम ने रविवार को इसकी आलोचना करते हुए योजना को ‘वोट के लिए रिश्वत’ बताया।
चिदंबरम ने कहा कि यह बहुत शर्म की बात है कि निर्वाचन आयोग इसे रोक पाने में असफल है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 75,000 करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) योजना का शुभारंभ करने वाले हैं। आज वह एक करोड़ से ज्यादा किसानों के खाते में 2,000 रुपये की पहली किस्त डालेंगे।
चिदंबरम ने ट्वीट किया है, ‘‘आज ‘वोट के लिए नकदी’ दिवस है। भाजपा सरकार वोट के लिए अधिकारिक रूप से प्रत्येक कृषक परिवार को 2,000 रुपये का रिश्वत देगी।’’ उन्होंने लिखा है, ‘‘लोकतंत्र में ‘वोट के लिए रिश्वत’ से ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं है। सबसे शर्मनाक यह है कि निर्वाचन आयोग ‘वोट के लिए रिश्वत’ को रोकने में असफल नहीं है।’’
कृषि मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि इस योजना के तहत अगले दो-तीन दिन में और एक करोड़ किसानों को लाभ दिया जाएगा।
एक करोड़ से अधिक लाभार्थियों को फायदा...
अधिकारी ने बताया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 फरवरी को गोरखपुर में एक किसान रैली में औपचारिक रूप से इस योजना का शुभारंभ करेंगे। हमें उम्मीद है कि इससे करीब एक करोड़ से अधिक लाभार्थियों को फायदा होगा।" अधिकारी ने कहा कि इस आयोजन के मौके पर 24 फरवरी को प्रधानमंत्री-किसान पोर्टल पर अपलोड किए गए पात्र किसानों को पहली किस्त जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि दूसरी किस्त एक अप्रैल से दी जाएगी। यह पूछे जाने पर कि क्या उन किसानों को भी पहली किस्त मिलेगी, जिनके नाम पात्र लाभार्थियों की प्रारंभिक सूची में नहीं आ पाए हैं, तो अधिकारी ने कहा, "मूल सिद्धांत यह है कि प्रणाली की अक्षमता या अड़चनों के कारण किसान लाभ से वंचित नहीं होंगे।"