मोदी का विकास दिल्ली-बिहार के बाद यूपी में भी न हो जाए फेल
भाजपा के सूत्रों ने कहा कि हालांकि अभी इसकी अवधि तय नहीं की गई है। झांसी में इसके कार्यक्रम की घोषणा की जा सकती है। संभव है कि यह अगस्त से सितंबर के बीच निकाली जाए। यात्रा के जरिए प्रदेश के सभी 403 विधानसभा सीटों तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। भाजपा यूपी में परिवर्तन यात्रा के जरिए बदलाव लाना चाहती है। भाजपा ने इसके लिए 15 पार्टी कार्यकर्ताओं को नियुक्त किया है जो इस यात्रा का नेतृत्व करेंगे।
भाजपा दिल्ली और बिहार के चुनाव पीएम मोदी के विकास कार्यों के बल पर जीतना चाही। लेकिन कामयाब नहीं हो सकी। यूपी में भी वह खुलकर आने की बजाए मोदी के चेहरे का ही सहारा ले रही है। विपक्षी दलों का मानना है कि मुख्यमंत्री का चेहरा पेश करते हुए स्थानीय विकास पर जोर देने के साथ ही यूपी की जंंग जीती जा सकेगी। भाजपा अपनी पुरानी रणनीति में कही दोबारा गच्चा न खा जाए।
भाजपा सूत्रों के अनुसार यह यात्रा प्रदेश के चार कोनों से शुरु होगी और यह वहीं खत्म होगी जहां से यह शुरु हुई है। यात्रा में मोदी के विकास को जोरदार ढंग से प्रदर्शित किया जाएगा। इस यात्रा का रूट एक दूसरे के रास्ते में नहीं पड़ेगा और पूरे राज्य को कवर करेगा। यात्रा के जरिए सपा की असफलताओं को गिनाया जाएगा। लोगों को दोनों पार्टियों के बीच का अंतर समझाया जाएगा। यात्रा में हर संसदीय क्षेत्र में एक दिन गुजारा जाएगा और लोगों को संबोधित किया जाएगा। इस यात्रा में बड़ी संख्या में वाहन हिस्सा लेंगे, लेकिन जो वाहन इस यात्रा की अगुवाई करेगा, उसका आकार रथ की तरह होगा। जिस पर परिवर्तन यात्रा लिखा होगा। इसके अलावा भाजपा वैन में लोगों को पीएम मोदी के भाषण को भी सुनायेगी।