जवानों के शौर्य और बलिदान पर राजनैतिक रोटियां सेंक रही है मोदी सरकारः कांग्रेस
सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी सालगिरह पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर सैनिकों के बलिदान से राजनीतिक रोटियां सेंकने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा है कि सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया है और देशहित को ताक पर रख दिया है।
शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेस में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘देशहित’ के साथ धोखा और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा कि कुर्बानी सैनिकों की थी और वोट बंटोरने के लिए महिमामंडन मोदी कर रहे हैं। 1947, 1962, 1965, 1971 और 1999 के युद हमारे सैनिकों के शौर्य और कुर्बानी का प्रमाण है।
आंतरिक सुरक्षा खतरे में
कांग्रेस ने कहा कि पिछले दो दशकों से हमारी सेना ने अलग-अलग समय पर पूरी सटीकता और प्रभावशाली तरीके से रणनैतिक सर्जीकल स्ट्राइक की है। इसके विपरीत मोदी और भाजपा हमेशा हमारे जवानो के ‘शौर्य व बिलदान’ की कसौटी पर भी राजनैतिक रोटियां सेंकते आए हैं। प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि भारत की सीमाओ पर दुशमन द्वारा लगातार गोलाबारी जारी है और देश की आंतरिक सुरक्षा खतरे में है।
सैनिकों के साथ किया छल कपट
कांग्रेस ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री ने वन रैंक वन पेंशन खारिज कर सैनिकों के साथ छल कपट क्यों किया। मोदी सरकार के पिछले 52 महीनों में पिछले पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के चलते अकेले जम्मू कश्मीर में 414 जवान शहीद हुए और 259 नागरिकों को जान से हाथ धोना पड़ा। जवानों के सर काट लिए गए और सरकार मूक दर्शक बनी रही। पाकिस्तान लगातार नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करता रहा है। अब कहां गया 56 इंच का सीना। मोदी सरकार की ढुलमुल नीति का ही नतीजा है कि घुसपैठ लगातार जारी है। नक्सलवाद पर भी मोदी सरकार अंकुश लगाने में नाकाम रही है।