पीएम मोदी की सांसदों और विधायकों को नसीहत, मीडिया को मसाला देने से बचें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के सांसदों और विधायकों को मीडिया से बात करते समय संयम बरतने की नसीहत दी है। इन नेताओं से रविवार को ’नरेंद्र मोदी ऐप’ के जरिए बात करते हुए इस बात का ध्यान रखने के लिए कहा कि वे ऐसे बयान न दें जिससे मीडिया को मसाला बनाने का मौका मिले।
मोदी ने कहा कि हमारे नेता अक्सर ऐसे बयान देते हैं जो कई बार विवाद को जन्म दे देते हैं या विवाद को बढ़ा देते हैं। कई संवेदशील मुद्दों पर पार्टियों के नेताओं को यहां तक कि मंत्रियों को भी संवेदनहीन बयान देते हुए सुना गया है। उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं को ऐसे विवादित बयान देने से बचने की हिदायत दी।
प्रधानमंत्री कहा कि क्या कभी हमने ऐसा सोचा है कि हम ही कुछ गलतियां करके मीडिया के लोगों को मसाला दे देते हैं। यह मीडिया का दोष नहीं है, हमें अपने आप पर संयम रखना पड़ेगा। अगर हम बोलने से बचेंगे तो मीडिया को खुद मसाला नहीं मिलेगा।
Sometimes our workers blame the media. But have we ever thought that we provide 'masala' to media through our own mistakes? Whatever be the issue, we start speaking, as soon as we spot a camera: PM Narendra Modi in video interaction with BJP MPs & MLAs earlier today pic.twitter.com/2hVDaCxrdn
— ANI (@ANI) April 22, 2018
उन्होंने कहा, “हम गलतियां करते हैं और मीडिया को मसाला देते हैं। हम जैसे ही कैमरा सामने देखते हैं तो फौरन बयान देने लगते हैं। ठीक उसी तरह जैसे हम कोई महान सामाजिक वैज्ञानिक या विशेषज्ञ हों…और फिर इन्हीं अनजान बयानों को मीडिया इस्तेमाल करती है। यह मीडिया की गलती नहीं है।” हमें संयम रखना पड़ेगा और जिसे जिस चीज की जिम्मेदारी दी गई है वही उस विषय पर बोलेगा। अगर हर कोई बयानबाजी करता रहेगा तो मुद्दे बदल जाते हैं। इससे देश का भी नुकसान होता है, दल का भी नुकसान होता है और नेताओं की व्यक्तिगत छवि को भी नुकसान होता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हम लोग नए-नए लोकसभा में आए थे तब कुछ सांसदों को बहुत ज्यादा बोलने की आदत थी। लेकिन जब मैंने उनसे बात कि तो देखा कि पिछले तीन साल में उन्होंने ऐसी कोई बयानबाजी नहीं कि जिससे पार्टी को कोई नुकसान उठाना पड़े। उन्होंने कहा कि मीडिया को हमेशा दोष नहीं देना चाहिए।