प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीति में गंभीरता की कमी: कांग्रेस
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अगले साल होने वाली गणतंत्र दिवस परेड पर मुख्य अतिथि बनने के भारत के अनुरोध को स्वीकार न करने संबंधी खबरों के बीच मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए इसे ‘कूटनीतिक गलती’ करार दिया।
कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि मोदी का रुख ‘हल्का’ है और उनके कूटनीतिक आचरण में गंभीरता की कमी है। उन्होंने कहा कि मोदी को यह अवश्य समझना चाहिए कि रणनीतिक साझेदारों के साथ संबंध लेन-देन आधारित या संयोगिक नहीं हो सकते। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनने के आमंत्रण को अस्वीकार करने की शर्मिंदगी से बचा जा सकता था। बिना इस आश्वासन के कि वह इसे स्वीकार करेंगे न्योता देना एक कूटनीतिक गलती थी।’
‘रणनीतिक साझीदारों से संबंध लेन-देन वाले नहीं हो सकते’
शर्मा ने कहा, ‘इससे पूर्व कभी भी किसी राष्ट्र प्रमुख द्वारा इस सम्मान से इनकार नहीं किया गया...उन्हें (प्रधानमंत्री मोदी को) अनिवार्य रूप से यह समझना चाहिए कि रणनीतिक साझेदारों से संबंध लेन-देन आधारित या संयोगिक नहीं हो सकते।’
शर्मा ने कहा कि पूर्व में ऐसा कभी नहीं हुआ। एक अन्य कांग्रेसी नेता मनीष तिवारी ने कहा, ‘यह हैरान करने वाला नहीं है। जब जुलाई 2018 में डोनाल्ड ट्रंप को गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित करने की खबर आई थी तब मैं वाशिंगटन डीसी में ही था। मैंने व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी से पूछा कि क्या ट्रंप भारत की यात्रा पर जाएंगे, उस शख्स ने मुस्कुराते हुए कहा-कई मुद्दों को लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है।’
गणतंत्र दिवस पर ट्रंप के न शामिल होने की खबरें
मीडिया रिपोर्ट्स में रविवार को कहा गया था कि ट्रंप के परेड में मुख्य अतिथि बनने के भारत के निमंत्रण को स्वीकार करने की संभावना काफी कम है। माना जा रहा है कि अमेरिका ने इस बारे में भारत को अवगत करा दिया है कि ट्रंप हो सकता है निमंत्रण के सम्मान में उपस्थित न हो पाएं।