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14 October 2024

बाबा सिद्दीकी की हत्या पर सियासी घमासान; विपक्ष का आरोप: महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था ध्वस्त

मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया और कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो जाने का आरोप लगाया। राज्य में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं।

राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) और एनसीपी ने कहा कि सिद्दीकी की हत्या में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्होंने अपराध पर ‘‘ओछी राजनीति’’ करने के लिए विपक्ष की आलोचना की।

सिद्दीकी (66) को शनिवार रात मुंबई के बांद्रा इलाके के खेर नगर में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन लोगों ने गोली मार दी जिसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया था, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने गोलीबारी के कुछ ही देर बाद दो कथित हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें से एक की पहचान हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) के रूप में की गई हैं और दूसरा आरोपी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।

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मुंबई की एक अदालत ने हत्या के कुछ देर बाद गिरफ्तार किए गए दो में से एक आरोपी को रविवार को 21 अक्टूबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। अदालत ने पुलिस को दूसरे आरोपी की उम्र पता लगाने के लिए उसका अस्थि परीक्षण कराने का निर्देश दिया क्योंकि उसने नाबालिग होने का दावा किया है।

इसके बाद, मुंबई पुलिस ने 28 वर्षीय एक व्यक्ति को पुणे से गिरफ्तार किया जिसने अपने भाई के साथ मिलकर हत्याकांड में तीन कथित शूटरों में से दो की ‘‘मदद’’ की थी। इसतरह, मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुणे से गिरफ्तार किये गए इस व्यक्ति की पहचान प्रवीण लोणकर के रूप में हुई है, जिसे पुलिस ने ‘सह-षड्यंत्रकारी’ बताया है और कहा कि वे उसके भाई शुभम लोणकर की तलाश कर रहे हैं। अपराध शाखा के अधिकारी के अनुसार, प्रवीण और शुभम ने दो कथित शूटर की ‘‘मदद’’ की थी, जिनमें से एक उत्तर प्रदेश का निवासी है और दूसरे का नाम शिवकुमार गौतम है। गौतम फरार है।

इस बीच, मुंबई पुलिस को सोशल मीडिया पर वायरल हुई लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक कथित सदस्य के नाम से एक पोस्ट देखने को मिली, जिसमें बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली गई है। एक अधिकारी ने कहा हमने सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट देखी है। हम इसकी प्रामाणिकता की जांच कर रहे हैं। इस साल अप्रैल में मुंबई में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के आवास के बाहर गोलीबारी के सिलसिले में बिश्नोई गिरोह के कुछ सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। सिद्दीकी मुंबई के एक प्रमुख मुस्लिम नेता थे और उन्हें सलमान खान, शाहरुख खान और संजय दत्त सहित कई बॉलीवुड सितारों का करीबी माना जाता था।

कांग्रेस ने सिद्दीकी की हत्या मामले में गहन जांच की मांग की और कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस को कानून व्यवस्था की विफलता के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति सरकार अपने नेताओं और मुंबई के लोगों को बचाने में विफल रही है। कांग्रेस ने दावा किया कि सरकार इन घटनाओं के जरिए चुनाव की तारीखों को टालने की कोशिश कर रही है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और गहन एवं पारदर्शी जांच का आदेश देना चाहिए। गांधी ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘बाबा सिद्दीकी जी की हत्या चौंकाने वाली और दुखद है। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। यह भयावह घटना महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति में गिरावट को उजागर करती है। सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और न्याय होना चाहिए। खड़गे ने ‘एक्स’ पर कहा न्याय सुनिश्चित होना चाहिए और वर्तमान महाराष्ट्र सरकार को गहन और पारदर्शी जांच का आदेश देना चाहिए, दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए, जवाबदेही तय होनी चाहिए।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘यह सरकार अपने आखिरी चरण में है। इसके साथ ही, इसकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है। रमेश ने कहा आज महा विकास आघाडी ने महायुति सरकार के खिलाफ एक आरोपपत्र जारी किया है, जिसका शीर्षक ‘गद्दारांचा पंचनामा’ है। यह एक ऐसी सरकार है जो विश्वासघात पर बनी है, जिसने महाराष्ट्र के हितों को बेशर्मी से बेच दिया और जिसने छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों और विरासत को कलंकित किया।

महाराष्ट्र से राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि सच्चाई सामने आनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘त्योहार के दिन ऐसा अपराध दिखाता है कि पुलिस और कानून व्यवस्था विफल हो गई है और यह गृह मंत्री की पूरी नाकामी को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार से जुड़े एक हाई प्रोफाइल नेता की सरेआम हत्या कर दी जाती है। इससे पता चलता है कि सरकार अपने ही नेता की सुरक्षा करने में असमर्थ है। आज महाराष्ट्र में महिलाएं, बच्चे, नेता और कारोबारी सभी असुरक्षित हैं। प्रतापगढ़ी ने कहा, ‘‘कानून व्यवस्था अपने निम्नतम स्तर पर पहुंच गई है। इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस की है।

कांग्रेस नेता रागिनी नायक ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जब सरकार खुद अपराधियों की संरक्षक बन जाती है तो अपराधियों का मनोबल ऊंचा रहता है। उन्होंने कहा कि ‘‘डबल इंजन’’ सरकार में जिम्मेदारी भी दोगुनी हो जाती है। कांग्रेस नेता ने कहा इस मामले में अगर सरकार में थोड़ी भी नैतिकता बची है तो एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और (केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह को इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो जनता उन्हें सत्ता से हटाने के लिए तैयार है। नायक ने दावा किया, ‘‘तुलसीदास ने बताया था कि राम राज्य कैसा होना चाहिए, लेकिन शायद धर्म के स्वयंभू ठेकेदारों को राम राज्य की याद नहीं है। आज महाराष्ट्र में रावण राज है, जिसे जनता खत्म करने के लिए तैयार है और शायद इसीलिए वे चुनाव की तारीखों को टालने की कोशिश कर रहे हैं।

एमवीए की एक और सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मंत्रियों को इस घटना की जिम्मेदारी लेने और पद छोड़ने की जरूरत है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के महाराष्ट्र अध्यक्ष जयंत पाटिल ने पूछा कि जब सत्तारूढ़ गठबंधन का नेता ही सुरक्षित नहीं है तो सरकार आम आदमी को कैसे सुरक्षित रख सकती है?

आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दावा किया कि मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या से देशभर के लोग ‘‘खौफजदा’’ हैं। केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मुंबई में सरेआम एनसीपी नेता की गोली मारकर हत्या की इस वारदात से न केवल महाराष्ट्र बल्कि देशभर के लोग खौफजदा हैं। इन्होंने दिल्ली में भी कमोबेश यही माहौल बना दिया है। ये लोग पूरे देश में गैंगस्टर राज लाना चाहते हैं। जनता को अब इनके खिलाफ खड़ा होना ही पड़ेगा।

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सिद्दीकी की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए रविवार को कहा कि इस घटना ने महाराष्ट्र में ‘चरमराती’ कानून-व्यवस्था की स्थिति को उजागर कर दिया। यादव ने यहां संवाददाताओं से कहा, “यह घटना चौंकाने वाली और दुखद है। मैं उन्हें (बाबा सिद्दीकी को) व्यक्तिगत रूप से जानता था क्योंकि वह बिहार के गोपालगंज जिले के मूल निवासी थे। अगर मुंबई जैसे शहर में, खासकर बांद्रा इलाके में ऐसी घटना हो सकती है तो फिर कहा जा सकता है कि वहां कोई भी सुरक्षित नहीं है।

राकांपा के प्रमुख और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि उनकी पार्टी के नेता सिद्दीकी की हत्या का राजनीतिकरण न किया जाए और राज्य सरकार दोषियों को सजा मिलने तक चैन से नहीं बैठेगी। उन्होंने कहा कि एनसीपी बाबा सिद्दीकी की मौत से बहुत दुखी है जो ऐसे नेता थे जिन्हें काफी लोग बहुत प्यार करते थे और व्यक्तिगत रूप से उन्होंने एक प्रिय मित्र को खो दिया है जिसे वह वर्षों से जानते थे। एनसीपी नेता ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह सिर्फ एक राजनीतिक क्षति नहीं है, यह एक गहरी व्यक्तिगत त्रासदी है जिसने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने कहा मैं सभी से दृढ़तापूर्वक आग्रह करता हूं कि वे इस भयावह घटना का राजनीतिकरण न करें। यह विभाजन का या राजनीतिक लाभ के लिए दूसरों की पीड़ा का फायदा उठाने का समय नहीं है। फिलहाल, हमारा ध्यान न्याय सुनिश्चित करने पर होना चाहिए।

वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के नेता इस घटना पर ‘‘बेहद ओछी बयानबाजी’’ कर रहे हैं। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘बाबा सिद्दीकी एक शानदार इंसान थे। हम सभी को उनकी हत्या का बहुत दुख है। उनकी हत्या में शामिल दो लोगों को पकड़ लिया गया है जबकि इसमें लिप्त अन्य लोगों का पता लगाने के लिए जांच जारी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी विपक्षी नेताओं की आलोचना करते हुए कहा कि इस संवेदनशील मुद्दे पर असंवेदनशील बयानबाजी करना उनके लिए ठीक नहीं है।

उपमुख्यमंत्री और राज्य का गृह विभाग संभाल रहे देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पुलिस को सिद्दीकी की हत्या के संबंध में कुछ सुराग मिले हैं और विभिन्न पहलुओं की जांच की जा रही है बीजेपी ने इस घटना को लेकर ओछी राजनीति करने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना की। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह घटना बेहद खेदजनक है। उन्होंने कहा हमने पुलिस को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि कोई भी किसी भी परिस्थिति में कानून अपने हाथों में न ले। हम अपने शहर में गिरोहों के बीच किसी भी प्रकार की लड़ाई को फिर से उभरने नहीं दे सकते।

महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (एमवीए) में शामिल शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के हर कदम को संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है, जैसे कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में की गई दो गिरफ्तारियां और यहां तक कि बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस मुठभेड़ में मौत होना। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सिद्दीकी की हत्या पर दुख जताया और कहा कि इस तरह के कृत्यों का समाज में कोई स्थान नहीं है।

बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान समेत अन्य हस्तियों ने बाबा सिद्दीकी के बांद्रा स्थित आवास जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सिद्दीकी अपनी शानदार इफ्तार पार्टियों के लिए भी जाने जाते थे, जिनमें बॉलीवुड के शीर्ष सितारे शामिल होते थे। देश में जब कोविड-19 महामारी का प्रकोप चरम पर था तो बाबा सिद्दीकी ने जरूरतमंद मरीजों के लिए उन दवाओं की व्यवस्था की थी, जिनकी बड़े पैमाने पर आवश्यकता थी।

बता दें कि रविवार की शाम को बाबा सिद्दीकी के बांद्रा स्थित आवास के बाहर नमाज ए जनाजा पढ़ी गई, जिसके बाद बाबा सिद्दीकी के पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ मुंबई लाइंस के बड़ा कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। दशकों तक कांग्रेस में रहने के बाद सिद्दीकी इस साल की शुरूआत में अजित पवार की एनसीपी में शामिल हो गए थे। सिद्दीकी 1999, 2004 और 2009 में बांद्रा पश्चिम विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए थे।

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TAGS: Political uproar, Baba Siddiqui's murder, Opposition alleges, Law and order, Maharashtra
OUTLOOK 14 October, 2024
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