सोनभद्र :प्रियंका गांधी हिरासत में, पीड़ितों से मिलने देने या जेल भेजने पर अड़ीं कांग्रेस नेता
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को शुक्रवार को सोनभद्र जाने से रोक दिया गया जहां इस हफ्ते 10 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इस पर वह सड़क पर ही पाल्थी मारकर बैठ गईं और जोर देने लगीं कि उन्हें आगे जाने की इजाजत दी जाए।
इसके बाद वहां मौजूद अधिकारियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया और उन्हें एक अतिथि गृह ले जाया गया। प्रशासन के आला अधिकारियों ने बाद में उन्हें मनाने की काफी कोशिश की, मगर वह पीड़ित के परिजनों से मिलने देने या फिर जेल भेजने की बात पर अड़ गयीं।
उन्होंने वारदात में मारे गये लोगों के परिजन को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा और जमीन पर मालिकाना हक दिए जाने की भी मांग की।
प्रियंका को रोके जाने को राहुल गांधी ने बताया गैरकानूनी
सोनभद्र हिंसा के पीड़ितों से मिलने जाने के दौरान प्रियंका गांधी को रोके जाने को गैरकानूनी बताते हुए राहुल गांधी ने इसे उत्तर प्रदेश सरकार की मनमानी कहा है। यूपी प्रशासन द्वारा रोके जाने का वीडियो शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा है, प्रियंका की गिरफ्तारी गैरकानूनी है और विचलित करने वाली है। अपनी जमीन खाली करने से मना कर देने पर 10 आदिवासियों को मार दिया गया और अब उनके परिजनों से मिलने से भी रोका जा रहा है। यह सरेआम उत्तर प्रदेश सरकार की मनमानी है।
चुनार गेस्ट हाउस भेजा गया
बाद में पुलिस ने प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में लेने के बाद प्रियंका गांधी को चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया। इस दौरान कांग्रेस महासचिव ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि कहां ले जाया जा रहा है, लेकिन वे जहां ले जाएंगे हम जाने को तैयार हैं लेकिन झुकेंगे नहीं'।
सोनभद्र में धारा 144
कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी को आज उभ्भा गांव जाते समय वाराणसी जोन की पुलिस ने सोनभद्र में धारा 144 लगी होने का हवाला देते हुए मिर्जापुर में रोक दिया, जिससे नाराज होकर प्रियंका गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ता वहीं पर धरना देकर बैठ गए।
'पुलिस हमें कहां ले जा रही है, हमें नहीं पता'
प्रियंका गांधी ने कहा कि पुलिस हमें कहां ले जा रही है, हमें नहीं पता। इससे पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोनभद्र घटना में घायल लोगों का अस्पताल में जाकर हालचाल जाना था। बता दें के सोनभद्र में जमीन विवाद में 10 लोगों की हत्या हुई थी। प्रशासन की ओर से सोनभद्र में धारा 144 लगाई गई है। हालांकि कांग्रेस कार्यकर्ता अब भी नारायणपुर में धरने पर बैठे हैं।
‘योगी सरकार कुछ भी कर ले, हम नहीं झुकेंगे’
प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रशासन मुझे पीडि़तों से मिलने से रोक रहा है। योगी सरकार कुछ भी कर ले, हम नहीं झुकेंगे। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ सोनभद्र जाकर वहां घटना के पीडि़तों के परिवारों से मिलना चाहते थे। मैंने सिर्फ 4 लोगों को अपने साथ ले जाने की बात भी कही थी, लेकिन प्रशासन हमें वहां जाने से रोक रहा है। उन्हें हमें यह बताना होगा कि आखिर हमें सोनभद्र जाने से क्यों रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार की तानाशाही से कांग्रेस लड़ेगी। हम जनता के हितों को लेकर झुकने वाले नहीं हैं।
प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर साधा था निशाना
प्रियंका गांधी ने बुधवार को योगी सरकार पर निशाना साधते और आरोप लगाते हुए कहा था कि अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं, लेकिन पूरा सरकारी अमला सो रहा है। उन्होंने यह सवाल भी किया कि क्या उत्तर प्रदेश ऐसे अपराधमुक्त बनेगा?
'भाजपा-राज में दिन-दहाड़े हत्याओं का दौर जारी है’
प्रियंका ने ट्वीट कर कहा था, 'भाजपा-राज में अपराधियों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि दिन-दहाड़े हत्याओं का दौर जारी है। सोनभद्र के उम्भा गांव में भू माफियाओं ने 3 महिलाओं सहित 9 गोंड आदिवासियों की सरेआम हत्या ने दिल दहला दिया’। उन्होंने दावा किया, 'प्रशासन-प्रदेश मुखिया-मंत्री सब सो रहे हैं। क्या ऐसे बनेगा अपराध मुक्त प्रदेश?’
सोनभद्र नरसंहार में एसडीएम, सीओ और इंस्पेक्टर सहित कई पुलिसकर्मी सस्पेंड
17 जुलाई को जमीन विवाद में हुए नरसंहार में लापरवाही बरतने वाले सीओ घोरावल, थाना प्रभारी घोरावल, हल्के के दरोगा और कांस्टेबल को संस्पेंड कर दिया गया है। मामले में लापरवाही बरतने वाले राजस्व विभाग के अधिकारियों की भूमिका की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है जिसकी रिपोर्ट मिलने पर दोषी राजस्व अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
‘इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में सोनभद्र के मामले पर कहा कि इस घटना की नींव 1955 में तब पड़ गई थी, जब ग्राम समाज और किसानों की जमीन सोसायटी के नाम पर कागजों में हेराफेरी कर चढ़ा दी गई थी। इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। आदर्श सोसायटी की जमीन लोगों के नाम पर करना और बाद में ग्राम प्रधान के नाम पर करना गलत है।
इस मामले में अब तक 26 लोग गिरफ्तार
मामले में अब तक मुख्य आरोपी उभ्भा के ग्राम प्रधान और उसके भतीजों सहित 26 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इससे पहले एडीजी जोन और मंडलायुक्त ने अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। सोनभद्र मामले को लेकर मानसून सत्र में विपक्ष ने सरकार पर जमकर हमला बोला। विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई, लेकिन सपा, बसपा और कांग्रेस के नेताओं ने मामले को लेकर मुख्यमंत्री से इस्तीफे की भी मांग की।
राजस्व विभाग की लापरवाही से हुआ नरसंहार: बृजलाल
अनूसूचित जाति/जनजाति आयोग के अध्यक्ष बृजलाल का कहना है कि सोनभद्र का नरसंहार राजस्व विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते हुआ है। हालांकि वे मानते हैं कि क्षेत्रीय पुलिस भी इसमें कम दोषी नहीं है, जो केवल 107/116 की कार्यवाही कर और 145 की रिपोर्ट भेजकर हाथ पर हाथ धरे बैठी थी। एसडीएम करीब तीन महीने से पुलिस की 145 की रिपोर्ट दबाए बैठे हुए थे। उन्होंने बताया कि 1955 से 600 बीघे की जमीन को लेकर विवाद चला आ रहा था। बिहार के एक आईएएस अधिकारी का भी नाम इस मामले में सामने आ रहा है। आयोग ने अपने उपाध्यक्ष के नेतृत्व में एक टीम जांच के लिए उभ्भा गांव भेजी है।