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04 December 2019

उन्नाव रेप मामले पर प्रियंका गांधी का हमला, बोलीं- '80 दिन बीते, अभी तक पूरा नहीं हुआ ट्रायल'

File Photo

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक बार फिर से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने उन्नाव कांड को लेकर सरकार को घेरा है। प्रियंका ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 45 दिन में सुनवाई पूरी करने का आदेश दिया था लेकिन 80 दिन बीत जाने के बाद भी यह नहीं हो सका।

प्रियंका गांधी ने बुधवार को ट्वीट किया, 'उन्नाव मामले में सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि 45 दिन में ट्रायल पूरा किया जाए। 80 दिन बीत चुके हैं। अभी तक ट्रायल पूरा नहीं हुआ। ' प्रियंका ने दावा किया, ‘महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में उप्र सबसे ऊपर है। अपराधियों के खिलाफ मामले ही नहीं दर्ज होते। और अगर मामला रसूख वाले भाजपा विधायक का है तो पहले प्राथमिकी दर्ज करने में देरी होती है, फिर गिरफ़्तारी में और अब ट्रायल लटका पड़ा है।'

मैनपुरी नवोदय विद्यालय मामले पर भी प्रियंका ने सरकार को घेरा

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इससे पहले प्रियंका गांधी ने मैनपुरी नवोदय विद्यालय मामले पर भी प्रियंका गांधी ने सरकार को घेरा था, पहले उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था। पत्र के बाद सीएम योगी ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की और मैनपुरी के डीएम व एसपी को हटा दिया।

इसके बाद मंलगवार को उन्होंने ट्वीट किया था कि 'महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में यूपी सबसे ऊपर क्यों है इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 16 सितम्बर को मैनपुरी नवोदय विद्यालय की छात्रा का शव छात्रावास में मिला था। छात्रा का परिवार बार-बार प्रशासन से गुहार लगाता रहा कि सच्चाई सामने लाइए। लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने आगे लिखा कि उस छात्रा के साथ दुष्कर्म हुआ था। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार का प्रशासन इतने दिन तक मामले को टरकाते रहा। ये हम सबके नज़रों के सामने आयी ऐसी चौथी घटना है। शर्मनाक'!

क्या था नवोदय विद्यालय का मामला

16 सितंबर की सुबह नवोदय विद्यालय की छात्रा की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। उसका शव फंदे पर लटका मिला था। 17 सितंबर को छात्रा के पिता ने दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज कराया था, जिसमें एक नाबालिग छात्र के अलावा विद्यालय की तत्कालीन प्रधानाचार्य सुषमा सागा और वार्डन को नामजद किया गया, साथ ही एक अज्ञात को भी आरोपी बनाया गया था।

जानें क्या था उन्ना मामला

बता दें किभाजपा से निष्काषित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर वर्ष 2017 में कथित रूप से नाबालिग के साथ बलात्कार का आरोप है। इस मुकदमे के सिलसिले में बीती 28 जुलाई को पीड़िता, उसके वकील व परिवार के अन्य सदस्य रायबरेली जा रहे थे। तभी उनकी कार को एक ट्रक टक्कर मार दी थी। इसमें पीड़िता की चाची व मौसी की मृत्यु हो गई थी। पीड़िता व उसका वकील गंभीर रुप से जख्मी हुए थे। मामले में कुछ समय पहले रेप पीड़िता के कार एक्सीडेंट से बवाल मच गया था। वहीं बीते 23 नवंबर को पीड़ित पक्ष के गवाह का एक्सीडेंट होते होते बचा।

सेंगर के सहयोगियों ने उसके पिता को कथित तौर पर प्रताड़ित किया था और अवैध आग्नेयास्त्र रखने के मामले में कथित तौर पर तीन अप्रैल, 2018 को फंसा दिया था। उनकी नौ अप्रैल, 2018 को न्यायिक हिरासत में मौत हो गई।अदालत ने पहले सेंगर और उसके भाई अतुल सेंगर और नौ अन्य के खिलाफ पीड़िता के पिता की हत्या और अन्य आरोपों में आरोप तय किया था। अदालत ने सेंगर और सह-आरोपी शशि सिंह के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप भी तय किए हैं।

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TAGS: Priyanka Gandhi Vadra, criticises, delay, Unnao rape case, trial, Akhilesh Yadav, 'worst time', women's security, in UP
OUTLOOK 04 December, 2019
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