देश की संस्कृति को सुरक्षित रखना सीमाओं की सुरक्षा जितना महत्वपूर्ण: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश में एकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि विभाजन हमेशा हार का कारण बनता है। उन्होंने यह भी कहा कि देश की संस्कृति को सुरक्षित रखना सीमाओं को सुरक्षित रखने जितना ही महत्वपूर्ण है।
सिंह ने कहा, "जब भी हमारी एकता कमजोर हुई है, आक्रमणकारियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करने की पूरी कोशिश की है।" इसलिए, इतिहास से सीख लेकर एकता की शपथ लेनी चाहिए।
मंत्री ने कहा, "जो लोग बांटते हैं, वे विभिन्न धर्मों, जातियों और संप्रदायों सहित कई तरीकों से बांटने की कोशिश करते हैं।"
सिंह ने कहा, "लेकिन, आपको विभाजित नहीं होना चाहिए। न तो आपको विभाजित होना चाहिए और न ही दूसरों को बांटना चाहिए, पूरे देश को एक साथ रहना होगा। हमें एकजुट रहना होगा। अगर हम विभाजन से बचेंगे, तो हम विकास की ओर बढ़ेंगे और एक विकसित और मजबूत भारत का निर्माण करेंगे।"
वह सोमवार रात एक निजी टीवी चैनल द्वारा आयोजित हिंदू माह कार्तिक के दौरान सामूहिक रूप से दीप जलाने के कार्यक्रम 'कोटि दीपोत्सवम' में बोल रहे थे।
उन्होंने प्राचीन ग्रंथों का हवाला देते हुए कहा कि एकता ही समाज की ताकत है। सिंह ने कहा कि एकता सुनिश्चित करके न केवल देश में बल्कि पूरे विश्व में प्रकाश फैलाना चाहिए क्योंकि भारत पूरे विश्व को एक परिवार के रूप में देखता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सांस्कृतिक पुनरुत्थान पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक विकास भी देश के लिए महत्वपूर्ण है।
सिंह ने कहा कि यदि कोई राष्ट्र अपनी संस्कृति खो देता है तो उस देश को नुकसान होता है।
उन्होंने कहा, "रक्षा मंत्री के तौर पर यह सुनिश्चित करना मेरी जिम्मेदारी है कि हमारे नेतृत्व में देश की सीमाएं सुरक्षित रहें। लेकिन, मेरे विचार से देश की संस्कृति को सुरक्षित रखना सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने जितना ही महत्वपूर्ण है।"
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत सिर्फ एक राजनीतिक इकाई नहीं है बल्कि इसकी हजारों वर्षों की सांस्कृतिक पहचान भी है जिसके कारण हमें पूरी दुनिया में जाना और स्वीकार किया जाता है।
उन्होंने कहा, "कोई भी देश सिर्फ जमीन के एक टुकड़े और उसके लोगों से नहीं बनता, बल्कि एक राष्ट्र उसकी संस्कृति से बनता है। यदि किसी देश के लोगों में अपनी संस्कृति के प्रति नफरत भर दी जाए तो वह देश किसी न किसी समय विभाजित हो जाएगा।"
सिंह ने कहा, "जिन लोगों ने भारत और इसके लोगों को बांटने की कोशिश की, उन्होंने हमारी संस्कृति को कमतर दिखाने की कोशिश की, लेकिन देशवासियों की जागरूकता के कारण वह दौर अब खत्म हो गया है।"
उन्होंने कहा कि देश में अब सांस्कृतिक पुनरुत्थान हो रहा है।