पंजाब चुनाव से पहले कैप्टन का दांव, चार महीने बाद लंच पर होगी सिद्धू से मुलाकात; क्या है कांग्रेस की रणनीति
पंजाब में कांग्रेस की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के 16 मार्च को चार साल पूरे होने के अगले दिन से ही कैप्टन चुनावी मोड में आ रहे हैं। 17 मार्च बुधवार की सुबह की शुरुआत अपने सिपेसलाहकारों से रोजमर्रा की बैठक के बाद दोपहर को कैप्टन पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के साथ लंच पर होंगे। चार महीने पहले नवम्बर 2020 के बाद दूसरी बार कैप्टन ने सिद्धू को लंच पर बुलाया है। चर्चा सिद्धू की कैप्टन मंत्रीमंडल टीम में फिर से वापसी की है। सिद्धू की वापसी के लिए कैप्टन का यह सियासी लंच चंडीगढ़ के निकट उनके िससवां फार्म हाउस पर होगा। कैप्टन के करीबी सूत्रों मुताबिक लंच पर दोनों के बीच करीब 40 मिनट की चर्चा सिद्धू की केबिनेट में वापसी और मंत्रालय में उन्हें दिए जाने वाले विभाग के अलावा पार्टी के चुनावी अभियान मेंं सक्रियता पर रहेगी।
नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना की स्थिति और वैक्सीन को लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की थी जिसमें शामिल न होकर कैप्टन अमरिंदर सिंह सिद्धू के साथ अपने फाॅर्म हाउस मंे लंच पर थे। जबकि मुख्यमंत्री कार्यालय ने प्रधानमंत्री की वर्चुअल मीटिंग में शामिल न होने का कारण सीएम की खराब तबीयत बताया था।
ढेड़ साल पहले केबिनेट में फेरबदल दौरान कैप्टन ने सिद्धू से स्थानीय निकाय जैसा अहम महकमा छिन उन्हें पावर मंत्री बना एक तरह से ‘पावर लैस’ मंत्री कर दिया था। मई 2019 में मंत्रालय छीने जाने के लिए उनके स्थानीय निकाय मंत्रालय का खराब प्रदर्शन और लोकसभा चुनाव में ग्रामीण इलाकों में पार्टी के खराब प्रदर्शन को जिम्मेदार ठहराया गया था। नाराज सिद्धू ने इस्तीफा दे पार्टी की गतिविधियों से ही किनार कर लिया। अक्टूबर 2020 में किसान अांदोलन दौरान पंजाब में राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली दौरान नजर आने से पहले सिद्धू करीब एक साल तक विधानसभा सत्रों से भी गायब रहे। अमृतसर में अपने विधानसभा हलके के कार्यकर्ताओं से भी उन्होंने दूरी बनाए रखी और वैष्णो देवी कटरा को एक तरह से अपना अस्थाई निवास बना लिया था। कैप्टन और सिद्धू के बीच बढ़ती खटास को दूर करने के लिए ही पंजाब कांग्रेस प्रभारी एंव राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत लिए के प्रयास से नवंबर 2020 में पहली मुलाकात करीब सवा साल बाद हुई।
सिद्धू को कांग्रेस में फिर से सक्रिय कर पार्टी में उनकी उपयोगिता के लिए पंजाब कांग्रेस प्रभारी एंव राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने जोर लगाया। प्रभारी का पदभार संभालते ही रावत ने सिद्धू से उनके अमृतसर स्थित आवास पर दो-तीन बैठके की। 8 मार्च को पंजाब का बजट पेश होने के अगले दिन ही रावत ने पंजाब भवन में सिद्धू से चार्य पर चर्चा की और उनकी कैप्टन से मुलाकात का संकेत दिया वह दिन बुधवार है।