संकट में सीएम अमरिंदर की कुर्सी?, 4 कैबिनेट मंत्रियों-25 विधायकों ने कैप्टन के खिलाफ खोला मोर्चा; अब क्या करेंगे राहुल
पंजाब कांग्रेस में भारी फेरबदल के बाद अब सरकार में भी फेरबदल की आवाज उठने लगी है। बागियों ने अब सीएम कैप्टन अमरिदंर सिंह को हटाए जाने की मांग की है। कैप्टन के खिलाफ खुली बगावत छेड़ते हुए मंगलवार को चंडीगढ़ में केबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा के घर हुई बैठक में चार केबिनेट मंत्रियों और 25 विधायकों ने कांग्रेस हाईकमान से 2022 के चुनाव से पहले कैप्टन को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने की मांग की है। बैठक के बाद पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त महासचिव प्रगट सिंह के साथ असंतुष्ट विधायकों का पक्ष लेकर 4 कैबिनेट मंत्री हाईकमान से मिलने के लिए दिल्ली गए हैं। मंत्रियों में तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुख सरकारिया और चरणजीत सिंह चन्नी हैं।
बैठक के बाद मंत्री चन्नी, रंधावा और बाजवा ने कहा कि पंजाब के कांग्रेसी लीडर और वर्कर इस बात को लेकर चिंतित है कि कांग्रेस के चुनावी वायदे पूरे नहीं हुए। बरगाड़ी कांड, नशे के सौदागरों को पकड़ना, बिजली समझौते के मसले, बस, केबल नेटवर्क, रेत, दलित मुद्दों पर कार्रवाई नहीं हो रही। अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इसको लेकर उन्होंने कुछ नहीं कहा, लेकिन इशारा नवजोत सिद्धू की तरफ है। इस बैठक में 28 विधायक शामिल हुए थे।
कैप्टन के खिलाफ बगावत की तैयारी सोमवार को ही हो गई थी। नवजोत सिद्धू से मिलने के बाद उनके सलाहकार मालविंदर माली ने कैप्टन पर व्यक्तिगत हमले शुरू कर दिए। इससे साफ हो गया है कि नवजोत सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ खुली जंग का ऐलान कर दिया है। ऐसा न होता, तो माली की बयानबाजी पर सिद्धू जरूर रोक लगाते, जबकि कैप्टन ने साफ शब्दों में सिद्धू से अपने सलाहकारों पर अंकुश लगाने को कहा था। इस पूरे मामले से अब यह माना जा रहा है कि पंजाब कांग्रेस पूरी तरह दोफाड़ में बंट चुकी है। पंजाब कांग्रेस में मची कलह का ठीकरा कैप्टन के सिर पर फोड़ने की तैयारी की जा रही है।
कैप्टन के खिलाफ बगावत की अगुवाई कभी उनके खास रहे कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा कर रहे हैं। कैप्टन को जल्द ही पंजाब कैबिनेट में बदलाव करना है। माना जा रहा है कि इसमें बाजवा को भी मंत्री पद से हटाने की तैयारी है। बाजवा ने सिद्धू को प्रधान बनाने में पूरी मदद की थी। बाजवा के खिलाफ कैप्टन के सख्त तेवर तब सामने आए थे, जब उन्होंने बाजवा के भांजे पीपीएस अफसर नवजोत महल को होशियारपुर के एसएसपी से हटाकर रिजर्व बटालियन में लगा दिया।
ये भी माना जा रहा है कि हाईकमान के 18 सूत्रीय फॉर्मूले के अलावा सिद्धू की तरफ से दी गई 5 मांगों पर कैप्टन सरकार की कार्रवाई से भी सिद्धू खेमा नाखुश है। सिद्धू अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं, हालांकि कैप्टन सरकार की तरफ से ऐसी कोई कार्रवाई सामने नहीं आ रही।