राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो’ किया, प्रधानमंत्री ‘भारत तोड़ो’ कर रहे हैं: मल्लिकार्जुन खड़गे का बड़ा बयान
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा नहीं करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो’ का काम किया तो प्रधानमंत्री मोदी ‘भारत तोड़ो’ का काम कर रहे हैं।
उन्होंने यहां तालकटोरा स्टेडियम में महिला कांग्रेस के राष्ट्रीय सम्मेलन में यह दावा भी किया कि सरकार विपक्षी नेताओं को जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर डराने का प्रयास कर रही है, लेकिन विपक्ष एवं कांग्रेस के नेता डरने वाले नहीं हैं।
खड़गे ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए संबोधन का उल्लेख करते हुए कटाक्ष किया, ‘‘अब उन्होंने भाइयो-बहनों कहना छोड़ दिया। अब कह रहे हैं ‘परिवार वालों’।’’ उन्होंने कहा ‘‘ आप (सरकार) सीबीआई, ईडी का उपयोग कर रहे हैं और विपक्ष को सता रहे हैं, कांग्रेस को सता रहे हैं। कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है।’’
खड़गे ने कहा, ‘‘हमने संसद में मणिपुर के बारे में बोलने के लिए प्रधानमंत्री से बार-बार आग्रह किया। जब वह नहीं बोले तब लोकसभा में हमें अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री के पास मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जाकर चुनाव प्रचार करने के लिए समय है, लेकिन मणिपुर में जाने का समय नहीं है। उनको समाधान नहीं करना है। ये लोग मणिपुर को जोड़ने का नहीं, बल्कि तोड़ने का काम करते हैं।’’
कांगेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘‘राहुल गांधी जी 4000 किलोमीटर पैदल चले। उन्होंने ‘भारत जोड़ो’ किया, लेकिन मोदी जी ‘भारत तोड़ो’ का काम करते हैं। उनके मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में लंबी-चौड़ी बात की, लेकिन गांधी, नेहरू, पटेल और आंबेडकर का नाम नहीं लिया, सिर्फ ‘मैं ही मैं’ की बात की।
खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मोदी जी जैसे तथाकथित गरीब लोग बहुत हैं। अगर कोई रोजाना 10 लाख रुपये का सूट पहनने लगे तो वह गरीब कहां है? प्रधानमंत्री सहानुभूति के लिए खुद को गरीब कहते हैं। आप गरीबों के लिए काम तो करिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमने लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए जो काम किया, उसकी वजह से प्रधानमंत्री मोदी इस पद पर पहुंचे हैं।
खड़गे ने महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं का आह्वान किया, ‘‘हमें 2024 में भाजपा की सरकार को हटाने का संकल्प लेना है क्योंकि इस सरकार में कोई सुखी नहीं है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि देश इस सरकार में विचारों के संदर्भ में आगे नहीं, बल्कि पीछे की ओर जा रहा है।