राहुल ने 1984 के दंगों पर टिप्पणी के लिए पित्रोदा पर साधा निशाना, कहा- 'आपको शर्म आनी चाहिए'
भाजपा के बढ़ते हमलों का सामना करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को अपनी पार्टी की विदेशी इकाई के प्रमुख सैम पित्रोदा को फिर से फटकार लगाई है। राहुल ने 1984 में हुए सिख दंगों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा के 'हुआ तो हुआ' बयान को गलत बताया। उन्होंने कहा कि सैम पित्रोदा को ऐसे बयान के लिए शर्म आनी चाहिए। राहुल ने यह भी कहा कि उन्होंने पित्रोदा को फोन करके सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए कहा है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राहुल गांधी पंजाब के दौरे पर हैं। यहां फतेहगढ़ साहिब में रैली के दौरान उन्होंने कहा, 'सैम पित्रोदा ने 1984 के बारे में बोला है, वो बिल्कुल गलत बोला है। उन्हें देश से इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। मैंने सार्वजनिक रूप से कहा और यही मैंने फोन करके भी बोला। मैंने पित्रोदा से कहा कि आपको शर्म आनी चाहिए,आपको सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।'
बता दें कि कांग्रेस प्रमुख ने इससे पहले भी अपने फेसबुक पोस्ट पर पित्रोदा के इस बयान की आलोचना की थी। अपने फेसबुक पोस्ट में राहुल ने कहा था कि सैम पित्रोदा ने जो कहा वह अनुचित है और उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। पार्टी ने भी पित्रोदा की टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया था।
शर्म नामदार को आनी चाहिए: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बठिंडा में जनसभा के दौरान कहा, "मैं देख रहा था कि नामदार ने अब अपने गुरू को कहा है कि जो कुछ भी उन्होंने कहा, उस पर उन्हें शर्म आनी चाहिए। मैं पूछना चाहता हूं कि नामदार आपने गुरू को किस बात के लिए डांटने का दिखावा किया? क्या इसलिए कि जो कांग्रेस के दिल में और नामदार परिवार की चर्चाओं में हमेशा था, नामदार के गुरु ने वो राज सार्वजनिक रूप से बता दिया इसलिए डांट रहे हैं? क्या घर की बात बाहर कहने के लिए डांटा जा रहा है? अरे नामदार शर्म आपको आनी चाहिए।"
राहुल गांधी ने फेसबुक पर की थी आलोचना
राहुल गांधी ने फेसबुक पर लिखा था, 'मेरा मानना है कि 1984 एक अनावश्यक त्रासदी थी जिससे अत्यंत पीड़ा हुई।' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि न्याय होना चाहिए और जो लोग 1984 की त्रासदी के लिए दोषी थे, उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। राहुल ने फेसबुक पोस्ट में कहा, 'पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने माफी मांगी है। मेरी मां सोनिया गांधी ने माफी मांगी है। हमने हमारी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट की है कि 1984 में एक भयावह त्रासदी हुई थी और इस तरह के दंगे कभी नहीं होने चाहिए।'
पित्रोदा ने मांगी थी माफी
अपने बयान पर सैम पित्रोदा ने भी माफी मांग ली थी। उन्होंने कहा था, 'मेरी हिंदी अच्छी नहीं है, जिसके कारण मेरे बयान को गलत ढंग से पेश किया गया। मेरे कहने का अर्थ था कि जो हुआ वो बुरा हुआ, मैं अपने दिमाग में बुरा का अनुवाद नहीं कर सका था।' उन्होंने कहा, 'मुझे दुख है कि मेरा बयान गलत ढंग से पेश किया गया। मैं माफी मांगता हूं।'
कांग्रेस पर भाजपा हमलावर
भाजपा ने पित्रोदा की टिप्पणी पर कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया है। हरियाणा के रोहतक जिले और पंजाब के होशियारपुर जिले में चुनाव प्रचार के दौरान, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा था कि इस टिप्पणी ने विरोधी दल के "चरित्र और अहंकार" को प्रतिबिंबित किया है।
वहीं पंजाब के अमृतसर में रविवार को भाजपा प्रमुख अमित शाह ने गांधी से पूछा था कि क्या पित्रोदा द्वारा सिख नरसंहार को "उचित" ठहराने के लिए माफी मांगने से मामला खत्म हो गया है।