राहुल गांधी बोले, 'सांप्रदायिक नफरत तभी बंद होगी जब सब इसके खिलाफ खड़े होंगे'
एक ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की ऑनलाइन बोली लगाए जाने के आरोप को लेकर अब राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नए साल के अवसर पर जीवनभर सत्य, न्याय और जन अधिकारों के लिए हर कोशिश करने का संकल्प लिया है। कांग्रेस नेता ने लोगों से महिलाओं के अपमान और बढ़ती सांप्रदायिक नफरत को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए आवाज उठाने का आह्वान भी किया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को मुस्लिम महिलाओं की 'नीलामी' करने वाले ऐप के खिलाफ आवाज उठाते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपमान और सांप्रदायिक नफरत तभी रुकेगी जब सभी एक आवाज में इसके खिलाफ खड़े होंगे। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘महिलाओं का अपमान और सांप्रदायिक नफरत तभी बंद होंगे जब हम सब एक आवाज में इसके खिलाफ खड़े होंगे।’ माना जा रहा है कि कांग्रेस नेता का यह आह्वान इस साल पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले खासा अहम है।
इस ट्वीट के साथ राहुल गांधी ने एक वीडियो भी शेयर किया है और पीएम मोदी सरकार पर निशाना साधा है। ट्वीट में राहुल मोदी सरकार द्वारा कोरोना महामारी के दौरान किए गए कार्यों पर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस ने दावा करते हुए कहा कि देश में कोरोना वैक्सीन की काफी कमी है और 47,95,00,000 भारतीयों को 59,40,00,000 कोरोना वैक्सीन डोज की जरूरत है। राहुल गांधी ने पेगासस के मुद्दे और किसान आंदोलन को लेकर भी सरकार को घेरने का प्रयास किया। किसान आंदोलन के दौरान हुई किसानों की मौत की संख्या और उनके नामों की लिस्ट का जिक्र भी उन्होंने ट्वीट में किया है।
वहीं मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ इस प्लेटफॉर्म पर आपत्तिजनक बातें लिखे जाने को लेकर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट कर इस घटना की निंदा की है और इसे महिलाओं का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि किसी को आनलाइन बेचने की कोशिश करना साइबर क्राइम है और इसके लिए सजा भी होनी चाहिए।
बता दें कि दिल्ली की एक पत्रकार द्वारा दिल्ली पुलिस में एक संदिग्ध वेबसाइट के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। महिला पत्रकार ने आरोप लगाया है कि उनकी इस ऐप पर उनकी तस्वीरें अपलोड की गई हैं। इस मामले पर कई राजनेताओं ने इसकी निंदा की है व दिल्ली पुलिस ने शनिवार रात प्राथमिकी दर्ज की है। आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ऐप को ब्लॉक कर दिया गया है और आगे की कार्रवाई को लेकर पुलिस के साथ समन्वय किया जा रहा है।