स्टार्टअप और असहिष्णुता दोनों साथ साथ नहीं हो सकते : राहुल
राहुल ने कहा कि आरएसएस की भारत के लिए बहुत ही गैर लचीली दृष्टि है और स्टार्टअप कंपनियों को विचारों के मुक्त प्रवाह की जरूरत होती है। उन्होंने मुंबई के उपनगरीय इलाके विले पार्ले में प्रबंधन छात्रों के साथ बात करते हुए कहा, दुनिया कैसी होनी चाहिए इसे लेकर सत्तारूढ़ वर्ग खासकर आरएसएस का एक साफ विचार है। उनकी भारत के लिए जो दृष्टि है, वह बहुत ही गैर लचीली है। इस देश को लचीलेपन, खुलेपन और विचारों के प्रवाह की जरूरत है।
राहुल ने कहा, यह कहने में बहुत विरोधाभास है कि मैं स्टार्टअप चाहता हूं लेकिन मैं असहिष्णु रहूंगा। उन्होंने कहा, अगर आप असहिष्णु हैं तो आप अर्थव्यवस्था और स्टार्टअप के मोर्चे पर नाकाम होंगे। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, स्टार्टअप कंपनियों को विचारों का मुक्त प्रवाह चाहिए। अगर मैं कहूं कि आप एक महिला हैं औैर आपकी जगह रसोईघर में है तो मैं आपकी स्वतंत्राता पर रोक लगा रहा हूं। उन्होंने साथ ही आरोप लगाया कि भाजपा लोगों को वर्गीकृत करती है। राहुल ने कहा, उनके लिए कोई हिंदू है, कोई मुसलमान तो कोई महिला है। मैं वर्गीकरण नहीं करता। हमारे और उनके बीच में यही अंतर है। उन्होंने छात्रों से लोगों, चीजों और उद्योगों पर कोई ठप्पा ना लगाने के लिए कहा।