राहुल गांधी का छत्तीसगढ़ दौरा, किसान आभार सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में मिली शानदार जीत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज पहली बार छत्तीसगढ़ के दौरे पर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल की यात्रा का जायजा खुद ले रहे हैं। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने भी कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और दिशा-निर्देश दिए।
आभार अन्नदाता
राहुल गांधी नया रायपुर में ‘किसान आभार सम्मेलन’ में भाग लेंगे। यहां वे किसानों को ऋण मुक्ति प्रमाण पत्र बांटेंगे। कांग्रेस सरकार ने वादे के मुताबिक सरकार आते ही छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में किसानों का कर्ज माफ किया है। इस सम्मेलन के लिए प्रदेश भर के किसान नया रायपुर में इकट्ठा होंगे। नक्सल प्रभावित बस्तर से भी किसानों को इस सम्मेलन में लाया जा रहा है। पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि 16.60 लाख किसानों का 6,100 करोड़ रुपये लोन माफ किया गया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया चुनाव से पहले पार्टी ने एक और वादा किया था जिस पर सरकार अमल कर रही है। छत्तीसगढ़ में किसानों से 2,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीद की जा रही है। इसके अलावा कांग्रेस सरकार ने 15 लाख किसानों का 207 करोड़ रुपये का बकाया सिंचाई कर भी माफ कर दिया है।
ये है कार्यक्रम
राहुल गांधी दोपहर दो बजे तक रायपुर पहुंच कर ट्रिपल आईटी हेलीपैड जाएंगे। यहां से वह हेलीकॉप्टर से नया रायपुर जाएंगे। पूरे दिन वह सम्मेलन में भाग लेने के साथ मंत्रियों और अधिकारियों से वहीं मुलाकात करेंगे। राहुल गांधी आज शाम ही दिल्ली लौटेंगे।
लोकसभा चुनाव प्रचार का शंखनाद
इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में किसानों का बड़ा योगदान रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि किसान आभार सम्मेलन के जरिये लोकसभा चुनाव का भी आगाज हो जाएगा। किसानों के जरिये जुटी भीड़ के सामने राहुल लोकसभा चुनाव में भी पार्टी को ऐसी ही जीत दिलाने की अपील करेंगे। हाल ही में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 15 साल बाद 90 में से 68 सीटों पर जीत हासिल की है।
कांग्रेस के हमले जारी
कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी को संभलने का कोई मौका देना नहीं चाहती है। सरकार बनते ही पार्टी सक्रिय हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पद संभालते ही पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। कांग्रेस के निशाने पर कई भाजपा के मंत्री हैं ताकि लोकसभा तक यह माहौल तैयार किया जा सके कि भाजपा साफ-सुथरी छवि वाली पार्टी नहीं है।