राहुल, सिंघवी के जुड़े रहे हैं पीएनबी घोटालेबाजों से तारः निर्मला
केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज सीधे तौर पर आरोप लगाया कि 11,300 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले में शामिल लोगों के तार राहुल गांधी समेत कांग्रेस के दूसरे नेताओं से जुड़े रहे हैं। उन्होंने आज नई दिल्ली में कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी की पत्नी और उनके बेटे का संबंध हीरा कारोबारी नीरव मोदी की कंपनी फायर स्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड से रहा है। रक्षा मंत्री ने आरोप लगाया कि इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष गीतांजलि जेम्स के एक प्रमोशनल कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।
Fire Star Diamond I'nal Pvt Ltd is one of the companies that #NiravModi runs. They've taken on lease property which belongs to Advait Holding Ltd in Trade Point Building in Lower Parel. From 2002 Anita Singhvi is one of the shareholders. You know who's wife she's:Defence Minister pic.twitter.com/irTcVza1PT
— ANI (@ANI) February 17, 2018
उन्होंने कहा कि नीरव मोदी द्वारा संचालित फायर स्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड ने अद्वैत होल्डिंग लिमिटेड से लोवर परेल स्थित ट्रेड प्वाइंट बिल्डिंग लीज पर ली थी। 2002 से अनीता सिंघवी इसकी एक शेयरहोल्डर हैं। सीतारमण ने सवाल किया कि आप जानते हैं ये किसकी पत्नी हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता की पत्नी का पद निदेशक का है। इसके अलावा अविष्कार मानस सिंघवी भी हैं, जो संभवतः उनके पुत्र हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि गीतांजलि जेम्स को 2013 में छह महीने के लिए एनएसई में व्यवसाय करने से निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि 13 सितंबर 2013 को राहुल गांधी इस ग्रुप के एक प्रमोशनल इवेंट में शामिल हुए।
#GitanjaliGems was suspended for 6 months from doing business on NSE in 2013. On September 13, 2013, Rahul Gandhi attended a promotional event of this jewellery group: Defence Minister Nirmala Sitharaman on #PNBFraudCase pic.twitter.com/Djk45rZYjm
— ANI (@ANI) February 17, 2018
सीतारमण ने कहा कि जैसे ही मामला सामने आया सरकार नीरव मोदी को खोजने में लग गई। हालांकि वह देश से फरार होने में सफल हो गया पर सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि पूरा घोटाला संप्रग के शासन काल में हुआ और अब विपक्षी पार्टियां झूठ फैला रही हैं। हमने घोटालेबाजों को भागने में मदद नहीं की बल्कि भाजपा सरकार उन्हें पकड़ने में लगी है।