राहुल गांधी समय के साथ परिपक्व होंगे : मारग्रेट अल्वा
चार राज्यों की राज्यपाल रह चुकी मारग्रेट अल्वा ने आउटलुक के साथ अपनी आत्मकथा को लेकर विशेष चर्चा में कहा कि यूपी में शीला दीक्षित को कांग्रेस का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाना बेहतर कदम है। शीला दीक्षित को कांग्रेस की सभी पीढ़ियों के साथ काम करने का अनुभव है। लेकिन यूपी काफी बड़ा राज्य है और वहां बड़ी चुनौती है। अल्वा ने कहा कि देश में कांग्रेस ही नहीं सभी बड़ी पार्टियों में केंद्रीय आलाकमान होता है, जो अहम फैसले लेता है।
अल्वा ने कहा कि मेरी आत्मकथा अचानक नहीं लिखी गई है। बल्कि इसके लिए मैंने पांच साल का समय दिया है। उन्होंने कहा कि राजनीति की वजह से मैं अपने परिवार से दूर रही। लेकिन आत्मकथा के जरिए मैंने दोबारा से अपनी जिंदगी में झांका है। अल्वा ने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद़धारमैया एक समझदार नेता की तरह शासन चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में और बेहतर कामकाज के लिए जनमानस से संपर्क भी अावश्यक है।
अल्वा के अनुसार कांग्रेस के कामकाज के ढंग मेंं थोड़ा बदलाव आया है। हमने कहीं-कहीं अपनी लाइन खोई है। युवा कांग्रेस को आक्रामक और एक ऊर्जावान संगठन की तरह पेश करना चाहिए। अल्वा ने कहा कि कांग्रेस नेता एके एंटनी को किसी मसले पर मुझसे परेशानी जरुर रही है। शाहबानो प्रकरण के समय में मैं राजीव गांधी की कैबिनेट में मंत्री रही। राजीव जी की काफी नजदीकी रही। संशोधन को पास होने से रोकने के लिए जो संभव हो सकता था, मैंनेे किया।
क्वात्रोची के भारत से जाने के समय पर अल्वा कार्मिक मामलों की मंत्री थी। अल्वा ने कहा कि उनके भारत से जाने पर किस को जिम्मेदार ठहराए, यह समझ से परे है। उस समय उनके खिलाफ कोई प्राथमिकी नहीं थी। कोई लुक आउट नोटिस नहीं था। अल्वा ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नरसिम्हा राव को और सम्मान मिलना चाहिए था। आखिरकार वह प्रधानमंत्री, कांग्रेस अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम थे।